शेयर बाजारों में गिरावट: शुरुआती बढ़त के बाद सेंसेक्स और निफ्टी फिसले
शेयर बाजार शुरुआती बढ़त के बाद फिसले। सेंसेक्स और निफ्टी विदेशी फंडों की बिकवाली और अमेरिकी H-1B वीज़ा फीस बढ़ने की चिंताओं के कारण लाल निशान में बंद हुए।
भारतीय शेयर बाजारों में मंगलवार को उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिला। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त दर्ज की गई थी, लेकिन दोपहर तक बाजार फिसल गए और लाल निशान में कारोबार करने लगे। विशेषज्ञों ने इसका कारण विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिका की नई H-1B वीज़ा फीस से जुड़ी चिंताओं को बताया।
बाजार विश्लेषकों का कहना है कि विदेशी फंडों का लगातार बाहर जाना घरेलू शेयर बाजारों पर दबाव डाल रहा है। हाल ही में अमेरिकी सरकार द्वारा H-1B वीज़ा की फीस को 1 लाख डॉलर तक बढ़ाने की चर्चा ने आईटी सेक्टर और टेक्नोलॉजी कंपनियों के शेयरों पर सीधा असर डाला है। चूंकि भारतीय आईटी कंपनियां अमेरिका पर काफी हद तक निर्भर हैं, निवेशकों में चिंता का माहौल है।
सेंसेक्स शुरुआती बढ़त के साथ खुला था लेकिन दिन चढ़ने के साथ इसमें गिरावट देखी गई। निफ्टी भी कमजोर होकर नीचे फिसल गया। बैंकिंग, आईटी और मेटल सेक्टर में दबाव से बाजार और कमजोर हुआ। वहीं, कुछ चुनिंदा ऑटो और फार्मा शेयरों में हल्की बढ़त दर्ज की गई, जिसने गिरावट को थोड़ी हद तक थामने की कोशिश की।
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बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक परिस्थितियाँ, अमेरिकी नीतियाँ और विदेशी पूंजी प्रवाह आने वाले दिनों में भारतीय बाजारों की दिशा तय करेंगे। उन्होंने निवेशकों को सतर्क रहने और दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी है।
भारतीय रुपया भी डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ है, जिससे आयात पर असर पड़ सकता है और बाजार पर अतिरिक्त दबाव बन सकता है।
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