तेलंगाना में टेली-मैनस हेल्पलाइन बनी 1.3 लाख लोगों के लिए जीवनरेखा
टेली-मैनस हेल्पलाइन तेलंगाना में 1.3 लाख कॉलर्स के लिए मानसिक स्वास्थ्य सहयोग का मुख्य साधन बनी। यह सेवा मुफ्त, गोपनीय और किसी भी फोन से आसानी से उपलब्ध है।
तेलंगाना में मानसिक स्वास्थ्य सहायता के लिए शुरू की गई टेली-मैनस (Tele-MANAS) हेल्पलाइन अब तक 1.3 लाख से अधिक लोगों के लिए जीवनरेखा साबित हुई है। इस पहल का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को तुरंत और सुलभ मदद उपलब्ध कराना है।
टेली-मैनस हेल्पलाइन की खासियत यह है कि यह पूरी तरह मुफ्त, गोपनीय और सभी के लिए सुलभ है। कोई भी व्यक्ति सिर्फ फोन कॉल करके मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों से जुड़ सकता है। हेल्पलाइन पर प्रशिक्षित काउंसलर और मनोवैज्ञानिक 24x7 उपलब्ध रहते हैं, जो कॉल करने वालों को भावनात्मक सहयोग, परामर्श और ज़रूरत पड़ने पर विशेषज्ञों से आगे की चिकित्सा सुविधा प्रदान करते हैं।
अधिकारियों के अनुसार, हेल्पलाइन ने विशेष रूप से उन लोगों की मदद की है जो अवसाद, चिंता, तनाव या आत्महत्या के विचार जैसी गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे थे लेकिन आर्थिक या सामाजिक कारणों से सीधे डॉक्टर से संपर्क नहीं कर पा रहे थे।
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टेली-मैनस की सफलता का बड़ा कारण इसकी गोपनीयता है, जिससे लोग बिना झिझक अपनी समस्याएं साझा कर पाते हैं। इसके अलावा, ग्रामीण और दूरदराज़ के क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी आसानी से इस सेवा का लाभ ले रहे हैं, क्योंकि केवल एक सामान्य फोन कॉल से विशेषज्ञों तक पहुंचना संभव हो गया है।
मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल भारत में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच बढ़ाने में एक बड़ा कदम है। सरकार का लक्ष्य आने वाले महीनों में इस हेल्पलाइन को और मजबूत करना तथा अधिक भाषाओं में उपलब्ध कराना है, ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोग समय पर मदद प्राप्त कर सकें।
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