टीजीसीएचई ने अंग्रेज़ी पाठ्यक्रम में स्थानीय संस्कृति और इतिहास शामिल करने की पहल की
TGCHE ने NEP 2020 के तहत तेलंगाना में अंग्रेज़ी पाठ्यक्रम में स्थानीय इतिहास और संस्कृति शामिल करने का निर्णय लिया है, जिससे छात्रों को भाषा सीखने में स्थानीय अनुभवों से जुड़ने का मौका मिलेगा।
तेलंगाना काउंसिल ऑफ हायर एजुकेशन (TGCHE) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप राज्य के सभी स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए अंग्रेज़ी भाषा के पाठ्यक्रम में बदलाव करने का निर्णय लिया है। इस संशोधन का मुख्य उद्देश्य अंग्रेज़ी सीखने को तेलंगाना के इतिहास, संस्कृति और स्थानीय अनुभवों से जोड़ना है ताकि छात्रों को न केवल भाषा का ज्ञान मिले बल्कि वे इसे अपनी सामाजिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से भी जोड़ सकें।
TGCHE का मानना है कि अंग्रेज़ी शिक्षा केवल व्याकरण या साहित्य तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसमें स्थानीय कहानियों, ऐतिहासिक घटनाओं, सांस्कृतिक धरोहर और क्षेत्रीय अनुभवों को शामिल किया जाना चाहिए। इससे छात्र भाषा सीखने में अधिक रुचि लेंगे और समाज से जुड़ाव महसूस करेंगे।
इस पहल के तहत नए पाठ्यक्रम में तेलंगाना के ऐतिहासिक व्यक्तित्वों, साहित्यिक कृतियों और सांस्कृतिक विविधताओं को जगह दी जाएगी। यह बदलाव छात्रों को भाषा के माध्यम से स्थानीय पहचान को समझने और वैश्विक दृष्टिकोण के साथ संवाद स्थापित करने में मदद करेगा।
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शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम छात्रों की भाषा दक्षता बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें अपनी जड़ों से जोड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। नई शिक्षा नीति के तहत इस तरह का स्थानीयकरण छात्रों को वास्तविक जीवन से जुड़े उदाहरणों के माध्यम से सीखने का अवसर देगा।
TGCHE का लक्ष्य है कि इस नए अंग्रेज़ी पाठ्यक्रम को जल्द ही लागू कर राज्यभर के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पढ़ाना शुरू किया जाए, जिससे छात्रों को “लोकल फ्लेवर वाली अंग्रेज़ी” सिखाई जा सके।
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