वॉशिंगटन के नेशनल मॉल से ट्रंप और एपस्टीन की प्रतिमा हटाई गई, समूह ने ली जिम्मेदारी
वॉशिंगटन के नेशनल मॉल से ट्रंप और एपस्टीन की प्रतिमा हटाई गई। “द सीक्रेट हैंडशेक” समूह ने जिम्मेदारी ली, अधिकारियों ने बिना अनुमति लगाए जाने पर कार्रवाई की।
अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन डी.सी. के नेशनल मॉल से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फाइनेंसर जेफ्री एपस्टीन की एक विवादित प्रतिमा को हटा दिया गया है। इस प्रतिमा की स्थापना और बाद में उसे हटाए जाने को लेकर राजनीतिक और सामाजिक हलकों में तीखी बहस छेड़ दी है।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, प्रतिमा को बिना अनुमति लगाए जाने के कारण उसे तुरंत हटा दिया गया। बताया जा रहा है कि यह प्रतिमा एक अज्ञात कला समूह द्वारा लगाई गई थी। बाद में “द सीक्रेट हैंडशेक” (The Secret Handshake) नामक संगठन ने इसकी जिम्मेदारी ली और दावा किया कि इस स्थापना का उद्देश्य समाज और राजनीति में मौजूद पाखंड को उजागर करना था।
प्रतिमा लगाए जाने के कुछ ही घंटों में सोशल मीडिया पर इसकी तस्वीरें और वीडियो वायरल हो गए थे। कई लोगों ने इसे ट्रंप और एपस्टीन के पुराने संबंधों पर कटाक्ष बताया, जबकि कुछ ने इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा मानकर समर्थन भी किया। वहीं, कई आलोचकों ने इसे असंवेदनशील करार देते हुए कहा कि इससे पीड़ितों की पीड़ा को ठेस पहुँचती है।
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नेशनल पार्क सर्विस (NPS) ने बयान जारी कर कहा कि नेशनल मॉल एक संरक्षित सार्वजनिक स्थल है, जहाँ किसी भी प्रकार की स्थायी या अस्थायी कलाकृतियों की स्थापना बिना अनुमति संभव नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी कि प्रतिमा वहाँ कैसे लगाई गई।
यह घटना अमेरिका में कला, राजनीति और सार्वजनिक स्थानों के उपयोग को लेकर चल रही बहस को और गहरा करती है। विशेषकर जब इसमें ऐसे विवादास्पद नाम शामिल हों, तो मुद्दा और संवेदनशील हो जाता है।
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