मेरे पति की आत्मा इस फैसले से कभी संतुष्ट नहीं होगी: उमा थॉमस
उमा थॉमस ने कहा कि उनके पति पी. टी. थॉमस की आत्मा अदालत के फैसले से संतुष्ट नहीं होगी। उन्होंने पीड़िता की चिंताओं को सही ठहराते हुए उसके साथ खड़े रहने का संकल्प दोहराया।
केरल की त्रिक्काकरा विधायक उमा थॉमस ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा कि उनके दिवंगत पति और पूर्व विधायक पी. टी. थॉमस की आत्मा कभी भी इस फैसले से संतुष्ट नहीं हो पाएगी। प्रसिद्ध अभिनेता के कथित अपहरण और दुष्कर्म मामले में एर्नाकुलम प्रिंसिपल सेशंस कोर्ट ने जो फैसला सोमवार (8 दिसंबर 2025) को सुनाया, उस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने लिखा कि मुकदमे के दौरान पीड़िता द्वारा कई बार जताई गई चिंताएं आज सही साबित हुई हैं।
उमा थॉमस ने लिखा, “क्या पी. टी. की आत्मा इस फैसले से संतुष्ट होगी? कभी नहीं। मुकदमे के दौरान पीड़िता ने जिन आशंकाओं को कई बार साझा किया था, वे आज सच हो गईं। मैं उसके साथ हूँ, बिना किसी शर्त के।”
दिवंगत पी. टी. थॉमस इस मामले को 2017 में पुलिस तक पहुँचाने में सबसे महत्वपूर्ण लोगों में से एक थे। उन्होंने घटना के तुरंत बाद पुलिस को जानकारी देकर मामले की वास्तविकता सामने लाने की दिशा में अहम भूमिका निभाई थी। उनके निधन के बाद भी यह मामला केरल की राजनीति और फिल्म जगत में लगातार चर्चा का विषय रहा है।
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कोर्ट का फैसला आने के बाद राजनीतिक हलकों से लेकर फिल्म इंडस्ट्री तक कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। पीड़िता के समर्थन में कई नेता और कलाकार मुखर होकर बोल रहे हैं, जबकि उमा थॉमस का यह बयान पीड़िता के प्रति एकजुटता को और मजबूत करता है।
उन्होंने कहा कि न्याय की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है और पीड़िता के साथ खड़े रहना आज भी उतना ही जरूरी है जितना इस मामले के सामने आने के समय था। यह मामला राज्य में महिलाओं की सुरक्षा और न्याय प्रणाली की संवेदनशीलता पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है।