कफ सिरप मामले के आरोपियों संग तस्वीरों को लेकर यूपी मंत्रियों का अखिलेश यादव पर हमला
कफ सिरप सिंडिकेट मामले में यूपी मंत्रियों ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए जांच में सहयोग और आरोपियों से जुड़ी तस्वीरों पर जवाब देने की मांग की।
उत्तर प्रदेश के मंत्रियों ने कोडीन युक्त कफ सिरप सिंडिकेट से जुड़े मामले को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है। शनिवार (20 दिसंबर 2025) को भाजपा सरकार के मंत्रियों ने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव जांच में सहयोग करने के बजाय जाति की राजनीति कर असली मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।
मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार अवैध मादक पदार्थों, संगठित ड्रग माफिया और गैरकानूनी दवा कारोबार के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का इस पूरे मामले में रवैया बेहद चिंताजनक है।
“सच्चाई को जाति की राजनीति की आड़ में छिपाने की कोशिश न करें। यह राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि हमारे युवाओं और आने वाली पीढ़ियों के भविष्य से जुड़ा मामला है,” श्री निषाद ने कहा और अखिलेश यादव से राजनीतिक बयानबाजी के बजाय स्पष्टीकरण देने की मांग की।
उन्होंने कथित तौर पर सामने आई उन तस्वीरों का भी जिक्र किया, जिनमें अखिलेश यादव को कफ सिरप सिंडिकेट से जुड़े लोगों के साथ दिखाया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि ऐसी तस्वीरों का सामने आना “सामान्य बात नहीं” है और यादव की चुप्पी कई सवाल खड़े करती है।
संजय निषाद ने तमिलनाडु में निर्मित कोडीन युक्त कफ सिरप से कथित तौर पर हुई बच्चों की मौतों पर भी अखिलेश यादव की चुप्पी पर सवाल उठाए।
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मंत्री ने स्पष्ट किया कि योगी सरकार में किसी भी माफिया को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे उसके पीछे कितना भी राजनीतिक संरक्षण क्यों न हो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस और खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन के साथ मिलकर प्रदेशभर में विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
अब तक 33 जिलों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं, 75 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है और 12.65 लाख से अधिक प्रतिबंधित कफ सिरप की बोतलें जब्त की गई हैं। 132 कंपनियों पर कानूनी कार्रवाई, 15 मुख्य साजिशकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई और 12 आरोपियों के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किए गए हैं।
परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने भी अखिलेश यादव से जवाब मांगा और कहा कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती, सरकार बिना भेदभाव के सभी के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।