अमेरिका के शुल्कों से भारत की अर्थव्यवस्था पर दीर्घकालिक प्रभावों का खतरा, वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट
वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए शुल्कों के दीर्घकालिक प्रभावों से आपूर्ति श्रृंखला में विघटन, लागत में वृद्धि और आर्थिक अस्थिरता हो सकती है।
भारत के वित्त मंत्रालय ने अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए शुल्कों के दीर्घकालिक प्रभावों को लेकर चेतावनी दी है। मंत्रालय की मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि जबकि तत्काल प्रभाव सीमित प्रतीत होते हैं, लेकिन आपूर्ति श्रृंखला में विघटन, लागत में वृद्धि और व्यापक आर्थिक अस्थिरता जैसे द्वितीयक और तृतीयक प्रभाव गंभीर चुनौती बन सकते हैं।
अमेरिका ने 27 अगस्त को भारतीय वस्तुओं पर 50% शुल्क बढ़ा दिया, जिसका मूल्य 48 अरब डॉलर से अधिक है। इससे वस्त्र, रत्न और आभूषण, झींगे, चमड़ा, पशु उत्पाद, रसायन और विद्युत यांत्रिक मशीनरी जैसे क्षेत्रों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।
मंत्रालय ने सुझाव दिया है कि सरकार और निजी क्षेत्र को मिलकर इन प्रभावों को न्यूनतम करने के लिए रणनीतिक कदम उठाने चाहिए। इसके लिए अमेरिका के साथ व्यापार वार्ता को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है।
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मिनियापोलिस, अमेरिका में एक कैथोलिक स्कूल में हुई गोलीबारी में दो बच्चों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। यह घटना बुधवार, 27 अगस्त को हुई, जब एक बंदूकधारी ने चर्च की खिड़कियों से गोलीबारी की। हमलावर की पहचान 23 वर्षीय रॉबिन वेस्टमैन के रूप में हुई, जो बाद में आत्महत्या कर ली।
इस त्रासदी के बाद, मिनियापोलिस के मेयर जैकब फ्रे ने ट्रांस समुदाय के खिलाफ बढ़ती नफरत की निंदा की और एकजुटता की अपील की। उन्होंने कहा कि इस घटना को ट्रांस समुदाय को निशाना बनाने के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
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