वैशाली की डीएम वर्षा सिंह ने गीत के जरिये मतदाताओं से किया लोकतंत्र के पर्व में शामिल होने का आह्वान
वैशाली की डीएम वर्षा सिंह ने स्थानीय भाषा में गीत गाकर मतदाताओं से पहले मतदान और फिर जलपान करने की अपील की। महिलाओं को भी मतदान के लिए प्रेरित किया।
बिहार विधानसभा चुनाव के बीच वैशाली जिले की जिलाधिकारी (DM) वर्षा सिंह अपने अनोखे अंदाज़ में मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित कर रही हैं। उन्होंने स्थानीय बज्जिका बोली में एक गीत के माध्यम से लोगों से लोकतंत्र के इस पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है।
गीत में वह कहती हैं — “वैशाली की जनता सुनीं हमरो पुकार, पहिले करीं मतदान फिर जलपान करीं।” 2016 बैच की इस युवा IAS अधिकारी ने यह गीत खुद लिखा और गाया है।
पीटीआई से बात करते हुए वर्षा सिंह ने बताया, “पिछले विधानसभा चुनाव में वैशाली में मतदान प्रतिशत करीब 58% था। जब मेरा तबादला वैशाली हुआ, तो मैंने ठाना कि लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करूंगी। लोकतंत्र का यह उत्सव तभी सफल होगा जब हर नागरिक इसमें भाग ले।”
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उन्होंने बताया कि खासकर महिलाओं को मतदान के लिए प्रेरित करने के लिए उन्होंने स्थानीय भाषा का सहारा लिया। “लोकभाषा में गाना लोगों के दिल तक बात पहुंचाता है। मुझे विश्वास है कि इस बार मतदान प्रतिशत बढ़ेगा,”।
डीएम वर्षा सिंह ने यह भी बताया कि उनके गीत का संदेश है — “गणतंत्र के कंगनी के तू करिह मज़बूत, तू मतदान करिह।” उन्होंने कहा कि मतदान से बड़ा कोई काम नहीं है।
इतिहास की दृष्टि से भी वैशाली का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि यह स्थान दुनिया का पहला गणराज्य था, जिसकी स्थापना ईसा पूर्व 6वीं शताब्दी में हुई थी। यहीं भगवान महावीर का जन्म हुआ था और गौतम बुद्ध ने अपना अंतिम उपदेश दिया था।