सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नौकरी गंवाने वाले पश्चिम बंगाल के शिक्षक का तनाव से संबंधित स्ट्रोक से निधन
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नौकरी गंवाने वाले पश्चिम बंगाल के शिक्षक श्री सोरेन का ‘तनाव से संबंधित’ स्ट्रोक से निधन। शिक्षक आंदोलनों में उनकी भूमिका उल्लेखनीय रही।
पश्चिम बंगाल के एक शिक्षक, जिन्होंने सुप्रीम कोर्ट के हालिया फैसले के बाद अपनी नौकरी गंवाई थी, का निधन 'तनाव से संबंधित' स्ट्रोक के कारण हो गया। मृतक श्री सोरेन लंबे समय से शिक्षक आंदोलनों में सक्रिय रहे और सरकारी नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में प्रमुख भूमिका निभाते रहे।
श्री सोरेन कई अवसरों पर पुलिस और प्रदर्शनकारी शिक्षकों के बीच हुए टकराव के दौरान भी मौजूद रहे। उनके करीबी सहयोगियों का कहना है कि लगातार तनाव, नौकरी का नुकसान और आंदोलन में भागीदारी ने उनकी सेहत पर गहरा असर डाला। इस वजह से उन्हें स्ट्रोक हुआ, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
स्थानीय शिक्षक संघ और सहयोगियों ने श्री सोरेन के योगदान और उनके संघर्ष की सराहना की है। उन्होंने कहा कि शिक्षक आंदोलनों में उनकी सक्रिय भूमिका और न्याय के लिए उनकी आवाज़ ने कई लोगों को प्रेरित किया। उनके निधन से शिक्षक समुदाय में शोक की लहर फैल गई है।
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श्री सोरेन के निधन के बाद पश्चिम बंगाल में शिक्षा विभाग और संबंधित प्रशासन ने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही, शिक्षक समुदाय ने उनके परिवार के लिए सहायता और समर्थन की प्रतिबद्धता जताई।
विशेषज्ञों का कहना है कि लगातार मानसिक तनाव और सामाजिक दबाव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं। यह घटना शिक्षक और कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य के प्रति चेतावनी भी है।
शिक्षक संगठनों ने मांग की है कि भविष्य में ऐसे कर्मचारियों की समस्याओं को समय पर हल करने और उनके मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए कदम उठाए जाएं।
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