साहस की महिला : बंगाल की अकेली महिला डोम ने दक्षिण 24 परगना में दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन किया
दक्षिण 24 परगना के कोडालिया नेताजी संघ ने दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन बंगाल की अकेली महिला डोम से कराया। उनका सामाजिक संघर्ष और साहस सभी के लिए प्रेरणा है।
इस वर्ष दक्षिण 24 परगना के कोडालिया नेताजी संघ सर्वजनिक दुर्गोत्सव समिति ने अपनी दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन एक ऐसी महिला से कराने का निर्णय लिया, जिनकी सामाजिक संघर्ष और योगदान को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उद्घाटन का यह अवसर इस साल बंगाल की अकेली महिला डोम को दिया गया, जो किसी मंत्री या फिल्मी सितारे नहीं हैं, लेकिन उनके साहस और समाज के प्रति योगदान ने उन्हें इस सम्मान के योग्य बनाया।
समिति के अध्यक्ष ने बताया कि यह कदम इस बात का प्रतीक है कि सामाजिक संघर्ष और नेतृत्व केवल सार्वजनिक पदों या प्रसिद्धि से नहीं मापा जाता। इस महिला ने अपनी जिंदगी में कई सामाजिक चुनौतियों का सामना किया है और स्थानीय समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हैं। उनका संघर्ष विशेष रूप से महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और गरीब परिवारों के उत्थान से जुड़ा रहा है।
पंडाल के उद्घाटन समारोह में स्थानीय लोग, समिति सदस्य और समाज के विभिन्न वर्गों के लोग उपस्थित थे। समारोह में इस महिला के साहस और संघर्ष की कहानी साझा की गई और उनके योगदान को सम्मानित किया गया। इस अवसर ने यह संदेश दिया कि सच्ची नायकत्व केवल पद या सम्मान से नहीं बल्कि कर्म और समाज सेवा से पहचानी जाती है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के कदम महिलाओं को प्रेरित करते हैं और समाज में सशक्तिकरण और समानता की भावना को बढ़ावा देते हैं। यह पहल दिखाती है कि धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों में भी समाज में नायकत्व और संघर्ष को सम्मान दिया जा सकता है।