दशक में सबसे भयंकर दार्जिलिंग भूस्खलन में कम से कम 23 की मौत, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने खोला 24x7 नियंत्रण कक्ष
दार्जिलिंग में दशक के सबसे भयंकर भूस्खलन में कम से कम 23 लोगों की मौत। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 24x7 नियंत्रण कक्ष खोला और राहत कार्यों का जायजा लेने उत्तर बंगाल जाएंगी।
दार्जिलिंग में लगातार बारिश के कारण भयंकर भूस्खलन हुआ, जिसमें कम से कम 23 लोगों की मौत हो गई है। यह पिछले दस सालों का सबसे गंभीर भूस्खलन बताया जा रहा है। कई लोग के अब भी मलबे में फंसे होने की आशंका जताई जा रही है, और राहत एवं बचाव अभियान जारी है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें मौके पर सक्रिय हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस आपदा के मद्देनजर 24x7 नियंत्रण कक्ष खोलने का आदेश दिया है, ताकि राहत कार्यों और आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने आज उत्तर बंगाल का दौरा करने का निर्णय लिया है, ताकि प्रभावित इलाकों का जायजा लिया जा सके और प्रभावित लोगों को तुरंत राहत उपलब्ध कराई जा सके।
भूस्खलन की घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया है। सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) को भी बचाव कार्यों में मदद के लिए बुलाया गया है। अधिकारियों का कहना है कि मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी दी थी, लेकिन भूस्खलन की तीव्रता ने प्रशासन और स्थानीय निवासियों को चौंका दिया।
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इस भूस्खलन से मार्ग बंद हो गए हैं और कई घरों और दुकानों को नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है और राहत सामग्री तुरंत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि उत्तर बंगाल और दार्जिलिंग क्षेत्रों में यह घटना भूस्खलन संवेदनशील इलाकों की चुनौतियों को उजागर करती है और भविष्य में सुरक्षा और बचाव कार्यों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।