लद्दाख में शांति बहाल करने के लिए सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी समाधान नहीं: केंद्रशासित प्रदेश कांग्रेस
लद्दाख कांग्रेस ने सोनम वांगचुक की NSA के तहत गिरफ्तारी को गलत बताया। कहा कि यह कदम शांति नहीं लाएगा, बल्कि जनता में असंतोष और सरकार पर अविश्वास बढ़ाएगा।
लद्दाख की केंद्रशासित प्रदेश कांग्रेस समिति ने पर्यावरणविद् और जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस ने कहा कि यदि सरकार को लगता है कि वांगचुक को हिरासत में लेने से लद्दाख में शांति बहाल हो जाएगी, तो यह उसकी गंभीर भूल है।
गौरतलब है कि वांगचुक को 26 सितंबर 2025 (शुक्रवार) को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया और उन्हें राजस्थान के जोधपुर जेल में भेज दिया गया है। इस कदम ने लद्दाख में राजनीतिक और सामाजिक हलचल को और बढ़ा दिया है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वांगचुक लंबे समय से लद्दाख के पर्यावरणीय संरक्षण, हिमालयी पारिस्थितिकी और स्थानीय लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी जनता की आवाज को दबाने का प्रयास है और इससे असंतोष और बढ़ेगा।
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कांग्रेस ने केंद्र सरकार से अपील की कि वह दमनकारी कदम उठाने के बजाय संवाद और संवेदनशीलता के साथ क्षेत्र की समस्याओं को हल करे। पार्टी का मानना है कि वांगचुक जैसे कार्यकर्ताओं की आवाज को दबाना न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है, बल्कि इससे लद्दाख की जनता में सरकार के प्रति अविश्वास और गहरा होगा।
विश्लेषकों का कहना है कि लद्दाख में पहले से ही अलगाव और अधिकारों की मांग को लेकर असंतोष बढ़ रहा है। ऐसे में वांगचुक की गिरफ्तारी स्थिति को और बिगाड़ सकती है।
कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अपनी रणनीति नहीं बदली तो यह लद्दाख में स्थायी समाधान की बजाय अस्थिरता को जन्म देगा।
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