ओडिशा में भ्रष्टाचार के आरोप में मोटर वाहन निरीक्षक गिरफ्तार, 44 प्लॉट और 1 किलो सोना जब्त
ओडिशा में आरटीओ बौध में कार्यरत मोटर वाहन निरीक्षक गोलाप चंद्र हांसदा को भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जांच में 44 प्लॉट, 1 किलो सोना और भारी संपत्ति बरामद हुई।
ओडिशा में भ्रष्टाचार निरोधक अभियान के तहत बड़ी कार्रवाई करते हुए विजिलेंस विभाग ने मोटर वाहन निरीक्षक (Motor Vehicle Inspector) गोलाप चंद्र हांसदा को गिरफ्तार कर लिया है। हांसदा आरटीओ (RTO) कार्यालय बौध में कार्यरत थे। अधिकारियों के अनुसार, उनके पास आय से अधिक संपत्ति मिलने के बाद यह गिरफ्तारी की गई।
विजिलेंस टीम ने कई स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें 44 भूखंड, लगभग 1 किलो सोना, भारी मात्रा में नकदी, लग्जरी गाड़ियां और अन्य कीमती सामान बरामद किए गए। जांच में सामने आया कि यह संपत्ति हांसदा की ज्ञात आय के स्रोतों से कहीं अधिक है।
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान कई बैंक खातों में करोड़ों रुपये के लेन-देन के सबूत भी मिले हैं। इसके अलावा, कई आलीशान मकान, व्यवसायिक प्लॉट और कृषि भूमि के दस्तावेज भी बरामद किए गए।
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भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने कहा कि यह कार्रवाई ओडिशा सरकार की ‘भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन’ नीति के तहत की गई है। विभाग अब संपत्ति के स्रोतों की विस्तृत जांच करेगा और यह पता लगाएगा कि हांसदा ने यह अवैध संपत्ति किन तरीकों से अर्जित की।
इस मामले ने राज्य में मोटर वाहन विभाग की कार्यप्रणाली और पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से सरकारी विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
गोलाप चंद्र हांसदा को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। विजिलेंस विभाग ने स्पष्ट किया कि जांच पूरी होने तक और भी खुलासे हो सकते हैं और अन्य अधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच की जा रही है।
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