कुरान की कसम, मैंने भाजपा से गठबंधन की बात नहीं की : उमर अब्दुल्ला का जवाब
उमर अब्दुल्ला ने कुरान की कसम खाते हुए कहा कि उन्होंने भाजपा से कोई गठबंधन प्रस्ताव नहीं रखा। सुनील शर्मा ने 2014 और 2024 में गठबंधन की कोशिशों का दावा किया था।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा लगाए गए आरोपों का कड़ा खंडन किया, जिसमें कहा गया था कि उन्होंने राज्य का दर्जा बहाल कराने के लिए भाजपा से गठबंधन की कोशिश की थी।
उमर अब्दुल्ला ने एक्स (X) पर लिखा, “मैं पवित्र कुरान की कसम खाकर कहता हूं कि मैंने 2024 में राज्य का दर्जा बहाल कराने या किसी और कारण से भाजपा से गठबंधन की मांग नहीं की। सुनील शर्मा के विपरीत, मैं झूठ बोलकर जीवन नहीं चलाता।”
यह बयान भाजपा नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता सुनील शर्मा के उस दावे के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि उमर अब्दुल्ला दिल्ली जाकर भाजपा से गठबंधन के बदले राज्य का दर्जा बहाल करने की बात कर रहे थे।
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शर्मा ने यह भी आरोप लगाया था कि 2014 में भी अब्दुल्ला ने भाजपा के साथ सरकार बनाने की कोशिश की थी, जब विधानसभा चुनाव में कोई स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था। उन्होंने चुनौती दी, “अगर उमर अब्दुल्ला सच बोल रहे हैं तो मस्जिद या धार्मिक स्थल पर जाकर कुरान हाथ में लेकर कसम खाएं कि वे दिल्ली नहीं गए।”
उमर अब्दुल्ला ने हाल के दिनों में केंद्र की भाजपा सरकार पर लगातार हमले तेज किए हैं और कहा है कि जम्मू-कश्मीर में भाजपा के खिलाफ केवल उनकी पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) ही सच्ची लड़ाई लड़ रही है।
वहीं, सुनील शर्मा ने आरोप लगाया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस दोहरे मानदंड अपना रही है और भाजपा के उभरने को रोकने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि 2014 में भाजपा नेतृत्व ने सिद्धांतों और राष्ट्रीय एकता के आधार पर उमर अब्दुल्ला का गठबंधन प्रस्ताव ठुकरा दिया था।
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