सुप्रीम कोर्ट आज सुनाएगा फैसला: वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 पर रोक पर निर्णय
सुप्रीम कोर्ट आज वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 पर रोक से जुड़े मामले में फैसला सुनाएगा। यह निर्णय अल्पसंख्यक अधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
सुप्रीम कोर्ट आज वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 पर लगी रोक से जुड़े मामले में अपना अहम फैसला सुनाने जा रहा है। यह फैसला ऐसे समय में आ रहा है जब देशभर में इस कानून को लेकर गहन बहस और विवाद जारी है।
मुख्य न्यायाधीश डी.आर. गवई की अध्यक्षता वाली बेंच ने इस मामले की लगातार तीन दिनों तक सुनवाई की थी। गौरतलब है कि यह सुनवाई उसी महीने हुई थी, जब गवई ने भारत के मुख्य न्यायाधीश का पद संभाला था। इस कारण यह फैसला न्यायपालिका और राजनीति दोनों ही दृष्टिकोण से ऐतिहासिक माना जा रहा है।
वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 को लेकर विभिन्न पक्षों ने अदालत में अपनी दलीलें रखीं। अधिनियम के समर्थकों का कहना है कि इससे वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और पारदर्शिता में सुधार होगा। उनका मानना है कि यह कानून आधुनिक आवश्यकताओं के अनुरूप है और इससे वक्फ बोर्डों की जवाबदेही बढ़ेगी।
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वहीं, इसके विरोधियों का कहना है कि यह संशोधन धार्मिक स्वतंत्रता और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर आघात करता है। उनका तर्क है कि इस कानून के लागू होने से वक्फ संपत्तियों पर सरकारी दखल बढ़ जाएगा, जिससे समुदाय की स्वायत्तता प्रभावित होगी।
सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला न केवल कानूनी दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक परिप्रेक्ष्य से भी महत्वपूर्ण होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इस फैसले से देश में अल्पसंख्यक अधिकारों और धर्मनिरपेक्ष ढांचे पर व्यापक असर पड़ सकता है।
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