एक राष्ट्र का मौन: यूक्रेन में रोज़ सुबह 9 बजे शहीदों की याद में एक मिनट का मौन जारी
यूक्रेन में हर सुबह 9 बजे शहीदों की याद में एक मिनट का मौन रखा जाता है। रूस के हमलों के बीच भी यह परंपरा लगातार निभाई जा रही है।
यूक्रेन हर दिन सुबह 9 बजे एक मिनट का मौन रखता है, जिसमें वे सभी लोगों को याद करते हैं जो रूस के पूर्ण पैमाने पर आक्रमण में अपनी जान गंवा चुके हैं। यह परंपरा न केवल शहीदों के सम्मान में है, बल्कि राष्ट्र की एकता और धैर्य का प्रतीक भी बन गई है।
हालांकि, रूस के हमलों की तीव्रता बढ़ती जा रही है, लेकिन यूक्रेन के लोग इस दिनचर्या को निभाने में पीछे नहीं हटते। सड़कें, कार्यालय, स्कूल और सार्वजनिक स्थान एक मिनट के लिए थम जाते हैं, और लोग अपने मृतकों की याद में सिर झुकाते हैं। यह राष्ट्रीय स्मरण पल यूक्रेनियों के लिए शोक और सम्मान का प्रतीक बन चुका है।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की परंपरा राष्ट्र की मानसिक मजबूती और सामूहिक स्मृति को बनाए रखने में मदद करती है। यह न केवल शहीदों के परिवारों के लिए सांत्वना है, बल्कि देशवासियों को यह याद दिलाती है कि स्वतंत्रता और सुरक्षा के लिए बलिदान आवश्यक हैं।
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यूक्रेन सरकार और स्थानीय प्रशासन इस पहल को लगातार बनाए रख रहे हैं। मीडिया और सोशल मीडिया पर भी हर सुबह लोग एक मिनट का मौन साझा करते हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी यूक्रेन के संकट और संघर्ष की जानकारी मिलती है।
इस स्मरण का महत्व इस तथ्य में है कि युद्ध के दौरान भी सामान्य जीवन और सामूहिक सम्मान को बनाए रखना संभव है। यह पल यूक्रेन के नागरिकों के साहस और देशभक्ति का प्रतीक बन चुका है।
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