वॉरंगल और हनमकोंडा में मूसलाधार बारिश से तबाही, 1,200 लोग सुरक्षित निकाले गए
चक्रवात मोंथा के प्रभाव से वॉरंगल और हनमकोंडा में भारी बारिश से जलभराव हुआ। प्रशासन ने राहत अभियान चलाकर करीब 1,200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
तेलंगाना के वॉरंगल और हनमकोंडा जिलों में चक्रवात ‘मोंथा’ के प्रभाव से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। दोनों शहरों के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं और यातायात पूरी तरह ठप पड़ गया है।
अधिकारियों के अनुसार, अब तक करीब 1,200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। भारी जलभराव के कारण प्रशासन ने बड़े पैमाने पर निकासी (evacuation) और पुनर्वास (rehabilitation) अभियान शुरू किया है।
वॉरंगल की मेयर गुंडु सुधरानी ने बताया कि ग्रेटर वॉरंगल म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (GWMC) क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले करीब 45 इलाकों में पानी भर गया है। उन्होंने कहा कि नगर प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिए हैं ताकि लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके और जरूरी सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
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स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने सात विशेष टीमें गठित की हैं, जिनमें डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (DRF), इंजीनियरिंग और सैनिटेशन विभाग के कर्मचारी शामिल हैं। ये टीमें जलभराव वाले इलाकों में राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
अधिकारी लगातार नालों और जलनिकासी व्यवस्थाओं की निगरानी कर रहे हैं ताकि पानी का स्तर नियंत्रित रहे और किसी तरह की जनहानि न हो।
स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें और निचले इलाकों में रहने वाले लोग तुरंत सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि चक्रवात मोंथा के प्रभाव से अगले 24 घंटों में भी भारी बारिश जारी रह सकती है।
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