मुंबई की शांति से न खेलें: रामदास अठावले ने ठाकरे-डुबे विवाद पर दी चेतावनी
राज ठाकरे और निशिकांत दुबे की जुबानी जंग पर रामदास अठावले ने चिंता जताई। उन्होंने दोनों नेताओं के बयानों को आपत्तिजनक बताया और कहा कि मुंबई की शांति भंग नहीं होनी चाहिए। साथ ही चुनाव आयोग और इंडिया ब्लॉक पर भी टिप्पणी की।
मुंबई में भाषा विवाद को लेकर जारी तनातनी के बीच केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अठावले) के अध्यक्ष रामदास अठावले ने शनिवार को सभी पक्षों से संयम बरतने और मुंबई की साम्प्रदायिक सौहार्द्र को बनाए रखने की अपील की है।
राज ठाकरे और बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बीच हिंदी भाषा को लेकर छिड़ी जुबानी जंग पर प्रतिक्रिया देते हुए अठावले ने कहा, "एक-दूसरे के खिलाफ इस तरह के बयान मुंबई का माहौल बिगाड़ सकते हैं। हमें शांति बनाए रखनी चाहिए। इस तरह बोलना सही नहीं है।"
गौरतलब है कि विवाद की शुरुआत तब हुई जब दुबे ने कथित तौर पर कहा, "मराठी लोगों को हम यहां पटख पटख कर मारेंगे," जिसके जवाब में राज ठाकरे ने कहा, "तू मुंबई आ, मुंबई के समंदर में डुबो डुबो कर मारेंगे।"
IANS से बातचीत में अठावले ने इन बयानों को "बेहद आपत्तिजनक" बताया और कहा, "राज ठाकरे कहते हैं कि डुबो कर मारेंगे, और दुबे कहते हैं कि पीटेंगे — ये भाषा ठीक नहीं है। अगर किसी से लड़ना है, तो पाकिस्तान जाओ और आतंकवादियों को मारो। मुंबई की शांति क्यों बिगाड़ते हो?"
इसके अलावा अठावले ने उद्धव ठाकरे द्वारा चुनाव आयोग पर लगाए गए आरोपों को भी खारिज किया। उन्होंने कहा, "अगर दो-तिहाई विधायक अलग हो जाते हैं, तो वो कानूनी रूप से असली पार्टी माने जाते हैं। एकनाथ शिंदे के पास बहुमत था, इसलिए चुनाव आयोग ने सही निर्णय लिया। आयोग पर आरोप लगाना गलत है।"
मनसे पर गुंडागर्दी के आरोपों को लेकर दायर याचिका पर अठावले ने कहा, "मुंबई में गुंडागर्दी के लिए कोई जगह नहीं है। हर किसी को मराठी सीखने का अधिकार है, लेकिन कानून हाथ में लेना गलत है। सुप्रीम कोर्ट को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।"
भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच को लेकर उन्होंने कहा, "पहलगाम हमले में पाकिस्तान की भूमिका पर भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक से जवाब दिया। अगर मैच भारत में होता, तो तनाव बढ़ सकता था। खेल को राजनीति से दूर रखना चाहिए। हमारे खिलाड़ी भी उसी साहस के साथ मैदान में उतरें।"
रॉबर्ट वाड्रा की जांच पर उन्होंने कहा, "अगर उन्होंने गलत तरीके से पैसा कमाया है, तो जांच एजेंसियों को छानबीन का अधिकार है। राहुल गांधी का बचाव करना उचित नहीं। अगर दोषी हैं, तो सजा मिलनी चाहिए।"
इंडिया ब्लॉक की बैठक पर टिप्पणी करते हुए अठावले बोले, "यह गठबंधन अब बिखर रहा है। आम आदमी पार्टी निकल चुकी है, ममता बनर्जी जैसे नेता भी जल्द बाहर हो सकते हैं। 2029 तक यह गठबंधन पूरी तरह खत्म हो जाएगा। इसमें अब कोई ताकत नहीं बची है।"