महाराष्ट्र: सार्वजनिक सुरक्षा विधेयक पर विरोध नहीं करने पर कांग्रेस ने विधायकों से मांगा स्पष्टीकरण
महाराष्ट्र में सार्वजनिक सुरक्षा विधेयक पारित होने के दौरान कांग्रेस विधायकों द्वारा विरोध न करने पर पार्टी ने नाराज़गी जताई और विधायकों से उनकी भूमिका को लेकर स्पष्टीकरण मांगा है।
महाराष्ट्र विधानसभा में हाल ही में पारित किए गए सार्वजनिक सुरक्षा विधेयक के दौरान कांग्रेस विधायकों की निष्क्रियता को लेकर पार्टी में नाराजगी का माहौल है। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति (MPCC) से इस मुद्दे पर सफाई मांगी है कि पार्टी विधायकों ने बिल के पारित होने के समय कोई ठोस विरोध क्यों नहीं जताया।
सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र कांग्रेस विधायक दल से यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि जब यह विधेयक प्रस्तुत किया गया और मतदान के लिए रखा गया, तब उनके विधायक क्या कर रहे थे। MPCC अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाळ ने इस संबंध में एक पत्र राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार को भेजा है।
गौर करने वाली बात यह है कि खुद वडेट्टीवार उस दिन सदन में मौजूद नहीं थे, जब यह बिल बहुमत से पारित हुआ। जानकारी के अनुसार, वे उस समय अपने गृह जिले चंद्रपुर में जिला सहकारी बैंक चुनावों की निगरानी में व्यस्त थे।
इस मामले से कांग्रेस नेतृत्व खासा असंतुष्ट नजर आ रहा है क्योंकि विधेयक के विरोध में पार्टी द्वारा अपेक्षित सक्रियता नहीं दिखाई गई। पार्टी अब अपने विधायकों से उनकी भूमिका और चुप्पी के कारणों की जानकारी चाहती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह प्रकरण कांग्रेस में आंतरिक असहमति और समन्वय की कमी को उजागर करता है, जो विधानसभा में प्रभावी विपक्ष के रूप में पार्टी की भूमिका पर सवाल खड़े करता है।