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SIR ड्राफ्ट रोल के बाद बंगाल में पीएम मोदी की पहली रैली, नदिया जिले में होगा कार्यक्रम

प्रधानमंत्री मोदी 20 दिसंबर को नदिया जिले में रैली करेंगे। यह SIR ड्राफ्ट रोल के बाद उनकी पहली बंगाल रैली और पांच महीनों में तीसरा दौरा है, जो 2026 चुनावों से जुड़ा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 दिसंबर को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के ताहरपुर में एक सार्वजनिक रैली को संबोधित करने वाले हैं। यह बीते पांच महीनों में राज्य का उनका तीसरा दौरा होगा। यह रैली ऐसे समय में हो रही है, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2026 में होने वाले पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों की तैयारियों को तेज कर रही है।

यह रैली SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) के तहत जारी ड्राफ्ट मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद बंगाल में प्रधानमंत्री मोदी की पहली जनसभा होगी। ड्राफ्ट रोल सामने आने के बाद राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है और विभिन्न दल मतदाता सूची से नाम हटाए जाने के मुद्दे पर सवाल उठा रहे हैं।

नदिया जिले के राणाघाट क्षेत्र की मटुआ बेल्ट से नजदीकी ने इसे लंबे समय से भाजपा के लिए रणनीतिक दृष्टि से अहम बनाया है। मटुआ समुदाय राज्य की राजनीति में एक प्रभावशाली वोट बैंक माना जाता है, खासकर नदिया और उत्तर 24 परगना जिलों में। पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस रैली में मटुआ समुदाय से जुड़े मुद्दों पर विशेष जोर दिए जाने की संभावना है।

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भाजपा नेतृत्व का मानना है कि मटुआ समुदाय का समर्थन पार्टी के लिए 2026 के विधानसभा चुनावों में निर्णायक साबित हो सकता है। इसी कारण प्रधानमंत्री की रैली के लिए नदिया जिले का चयन किया गया है। इससे पहले भी भाजपा ने नागरिकता, शरणार्थी मुद्दों और सामाजिक-आर्थिक विकास जैसे विषयों को लेकर मटुआ मतदाताओं को साधने की कोशिश की है।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी की यह रैली न केवल चुनावी शंखनाद मानी जा रही है, बल्कि इसके जरिए भाजपा राज्य में अपनी संगठनात्मक मजबूती और जनसमर्थन का प्रदर्शन भी करना चाहती है। आने वाले दिनों में अन्य वरिष्ठ नेताओं के भी बंगाल दौरे की संभावना जताई जा रही है।

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