शरद पवार गुट की एनसीपी छोड़कर प्रशांत जगताप कांग्रेस में शामिल
पूर्व पुणे महापौर प्रशांत जगताप ने शरद पवार गुट की एनसीपी छोड़कर कांग्रेस जॉइन की। उन्होंने भाजपा पर अपराध और ट्रैफिक हालात बिगाड़ने का आरोप लगाया।
शरद पवार के नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) गुट को छोड़ने के कुछ ही दिनों बाद, पुणे के पूर्व महापौर प्रशांत जगताप ने शुक्रवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया। उनका यह कदम ऐसे समय पर आया है, जब पुणे नगर निगम चुनावों से पहले एनसीपी के दोनों गुटों के एकजुट होने की अटकलें तेज हैं।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद प्रशांत जगताप ने कहा कि वैचारिक मतभेदों के चलते उन्होंने एनसीपी छोड़ने का फैसला किया। उन्होंने कांग्रेस को 135 साल पुरानी पार्टी बताते हुए कहा कि यह पार्टी कई राजनीतिक तूफानों के बावजूद हिमालय की तरह मजबूती से खड़ी रही है। जगताप ने कहा, “मैं इस अवसर के लिए आभारी हूं। मैं गांधी, नेहरू और शाहू-फुले-आंबेडकर के विचारों को साथ लेकर एक प्रगतिशील कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगा।”
उन्होंने आगे कहा कि उनकी लड़ाई सांप्रदायिकता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की राजनीति के खिलाफ है। जगताप ने आरोप लगाया कि भाजपा के शासन में पुणे शहर में अपराध बढ़े हैं और ट्रैफिक की स्थिति भी लगातार बिगड़ती जा रही है, जिससे आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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पूर्व महापौर ने यह भी कहा कि कांग्रेस ही वह मंच है, जहां सामाजिक न्याय, समावेशिता और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की जा सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि जगताप का कांग्रेस में शामिल होना आगामी नगर निगम चुनावों से पहले विपक्षी दलों की रणनीति को मजबूत कर सकता है।
उनके इस फैसले से पुणे की राजनीति में नई हलचल पैदा हो गई है और आने वाले दिनों में इसका असर स्थानीय समीकरणों पर साफ तौर पर देखने को मिल सकता है।
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