तेजस्वी यादव का इंटरव्यू: बिहार को चाहिए सिर्फ नौकरियां… प्रशांत किशोर मीडिया की उपज हैं, जननेता नहीं
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की सबसे बड़ी ज़रूरत रोजगार है। उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए प्रशांत किशोर को मीडिया-निर्मित नेता बताया।
बिहार विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता और महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने एक साक्षात्कार में अपनी चुनावी रणनीति, रोजगार के वादे और राज्य की राजनीति पर खुलकर बात की।
तेजस्वी ने कहा कि “बिहार को सबसे ज़्यादा ज़रूरत है नौकरियों की — सिर्फ नौकरियों की।” उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता युवाओं को रोजगार देना है और यही बिहार की सबसे बड़ी समस्या का समाधान भी है। उन्होंने अपने वादे को दोहराते हुए कहा कि हर परिवार से कम से कम एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य उनकी सरकार का मुख्य एजेंडा होगा।
विपक्षी दलों द्वारा इस योजना को वित्तीय रूप से असंभव कहे जाने पर उन्होंने जवाब दिया, “यह वही लोग हैं जिन्होंने बिहार को बेरोजगारी और गरीबी की ओर धकेला। अगर राजनीतिक इच्छाशक्ति हो, तो यह योजना बिल्कुल संभव है।”
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‘महागठबंधन’ में सीटों पर ‘फ्रेंडली फाइट’ के सवाल पर तेजस्वी ने कहा, “हमारा साझा लक्ष्य इस सरकार को सत्ता से बाहर करना है। कुछ सीटों पर स्थानीय कारणों से अलग-अलग उम्मीदवार हो सकते हैं, लेकिन असली मुकाबला भाजपा और एनडीए से है, एक-दूसरे से नहीं।”
प्रशांत किशोर पर टिप्पणी करते हुए तेजस्वी ने कहा, “प्रशांत किशोर मीडिया की रचना हैं, जनता के नेता नहीं। उन्हें ज़मीन की सच्चाई का अंदाज़ा नहीं है।”
तेजस्वी ने अंत में कहा कि उनका अभियान जनता की आकांक्षाओं से जुड़ा है — “बिहार को नौकरियां, शिक्षा और सम्मान चाहिए, और यही हमारी राजनीति का केंद्र है।”
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