महाधरना से महाधर्मयुद्ध तक: तेलंगाना बीजेपी ने कांग्रेस सरकार को दी कड़ी चेतावनी
बीजेपी अध्यक्ष एन. रामचंदर राव ने कांग्रेस सरकार पर वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार और धार्मिक अपमान के आरोप लगाते हुए “महाधरना” को “महाधर्मयुद्ध” बनाने की चेतावनी दी और जनता से बीजेपी को मौका देने की अपील की।
तेलंगाना बीजेपी अध्यक्ष एन. रामचंदर राव ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ अपने हमले तेज कर दिए हैं और चेतावनी दी है कि रविवार को आयोजित किया गया “महाधरना” अब “महाधर्मयुद्ध” में बदल सकता है। हैदराबाद के धरना चौक पर विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए राव ने कांग्रेस और हाल ही में सत्ता से बाहर हुई बीआरएस दोनों पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी ही राज्य के लिए एकमात्र मजबूत और विश्वसनीय विकल्प है।
राव ने कांग्रेस सरकार द्वारा चुनाव से पहले दिए गए “छह गारंटी” और “420 वादों” के पूरे न होने पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जनता अब कांग्रेस सरकार से पूछ रही है कि महिलाओं की सुरक्षा, युवाओं के भविष्य और हिंदू देवताओं का अपमान करने वाली यह सरकार सत्ता में क्यों बनी रहे? उन्होंने लंबित छात्र शुल्क प्रतिपूर्ति, आरोग्यश्री बिलों और राज्य कर्मचारियों के समय पर वेतन न मिलने जैसे मुद्दों को सरकार की नाकामी बताया।
उन्होंने बेरोजगारी भत्ता, रैयतु भरोसा योजना और महिलाओं के वित्तीय सहयोग जैसी घोषणाओं को रोकने पर भी सरकार की आलोचना की। राव ने वर्तमान शासन को “कमीशन की सरकार और ठेकेदारों की सरकार” बताते हुए कहा कि “राइजिंग तेलंगाना नहीं, यह सिंकिंग तेलंगाना है।”
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भूमि नीतियों पर हमला बोलते हुए उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह राज्य की जमीनों की नीलामी कर रही है और बीआरएस द्वारा औद्योगिक उद्देश्यों के लिए बेची गई जमीनें अब रियल एस्टेट लॉबी को दी जा रही हैं। महबूबनगर के लगछेरला जैसे क्षेत्रों में जबरन भूमि अधिग्रहण के खिलाफ जनता के रोष को भी उन्होंने उजागर किया।
धर्म के मुद्दे पर उन्होंने कांग्रेस पर हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने और सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाया। राव ने मोदी सरकार की परियोजनाओं — राष्ट्रीय राजमार्ग विस्तार, एम्स बीबीनगर, वंदे भारत ट्रेनें, केंद्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय और रामागुंडम उर्वरक कारखाने के पुनर्जीवन — को तेलंगाना विकास के प्रमुख उदाहरण बताया।
अंत में उन्होंने जनता से अपील की कि बीआरएस और कांग्रेस दोनों को मौका देने के बाद अब बीजेपी को राज्य की सेवा का अवसर दिया जाए।
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