टीएमसी का शाह पर तीखा हमला, अक्षम गृह मंत्री बताया, इस्तीफ़े की माँग
टीएमसी ने SIR को लेकर अमित शाह पर सुरक्षा विफलता का आरोप लगाते हुए उन्हें “अक्षम गृह मंत्री” बताया और इस्तीफे की मांग की। पार्टी ने बंगाल में SIR को दमनकारी बताया।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने शुक्रवार (21 नवंबर 2025) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर दिए गए बयान के लिए जोरदार हमला बोला। पार्टी ने शाह पर “घुसपैठिया बयानबाज़ी” के जरिए बंगाल को निशाना बनाने का आरोप लगाया और कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा के मोर्चे पर विफल रही है। टीएमसी ने शाह के इस्तीफे की भी मांग की।
वरिष्ठ मंत्री शशि पांजा ने कहा कि शाह गुजरात में जाकर घुसपैठ, लोकतंत्र और राष्ट्रीय सुरक्षा की बातें करते हैं, जबकि पूरे देश में असुरक्षा बढ़ती जा रही है। कश्मीर में आतंकियों द्वारा पर्यटकों की हत्या और दिल्ली में ब्लास्ट यह दिखाते हैं कि गृह मंत्री के कार्यकाल में सुरक्षा ढांचा चरमरा गया है। उन्होंने कहा, “अगर सीमाएं वाकई सुरक्षित होतीं, तो ऐसे हादसे नहीं होते।”
पांजा ने आरोप लगाया कि केंद्र बंगाल पर उंगली उठाकर अपनी नाकामियों से ध्यान हटाना चाहता है। उन्होंने कहा कि बंगाल में SIR को “दमनकारी और ज़बरदस्ती लागू की गई प्रक्रिया” में बदल दिया गया है। 2002 में यह प्रक्रिया दो वर्ष तक चली थी, लेकिन इस बार इसे दो महीने में पूरा करने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि बूथ स्तर अधिकारियों (BLOs) को धमकाया जा रहा है, उनसे अत्यधिक काम कराया जा रहा है और अब तक 31 लोगों की जान इस भय के माहौल में जा चुकी है।
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उन्होंने कहा कि बीजेपी “डर का माहौल बनाकर बंगाल पर कब्जा करना चाहती है”, लेकिन बंगाल इसका प्रतिरोध करेगा। पांजा ने यह भी कहा कि राज्य में बीजेपी को अब भी “बैरागतो”, यानी बाहरी के रूप में देखा जाता है और 2026 के चुनावों में पार्टी 50 सीटों का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाएगी।
टीएमसी सांसद सागरिका घोष ने और कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए सीधे कहा, “अमित शाह एक अक्षम गृह मंत्री हैं।” उन्होंने उन्हें पाकिस्तान से घुसपैठ, पहलगाम हमले और दिल्ली ब्लास्ट रोकने में विफल बताया और कहा कि “अगर घुसपैठ हो रही है, तो यह उनकी सीधी नाकामी है।” घोष ने आरोप लगाया कि शाह विपक्षी सरकारें गिराने में व्यस्त रहते हैं, जबकि सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी उन्हीं की है।
शाह ने बीएसएफ स्थापना दिवस पर कहा था कि SIR का विरोध करने वाली पार्टियां घुसपैठियों के नाम वोटर लिस्ट में बनाए रखना चाहती हैं। इस पर टीएमसी ने कहा कि बंगाल “डर नहीं मानेगा” और 2026 विधानसभा चुनावों से पहले उसका प्रतिरोध और मजबूत होगा।
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