अर्चर की रफ्तार बनी इंग्लैंड की सबसे बड़ी ताकत
चार साल बाद टेस्ट क्रिकेट में लौटे जोफ्रा अर्चर ने लॉर्ड्स टेस्ट में शानदार प्रदर्शन कर अपनी उपयोगिता साबित की। अब पूरी नज़र रहेगी कि इंग्लैंड उन्हें आगे कैसे संभालता है।
चार वर्षों के लंबे इंतजार के बाद इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ जोफ्रा अर्चर ने टेस्ट क्रिकेट में शानदार वापसी की है। लॉर्ड्स टेस्ट में उनके प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि इंग्लैंड की टीम में उनकी रफ्तार कितनी अहम है। अर्चर ने ना सिर्फ गति से बल्लेबाज़ों को चौंकाया, बल्कि यह भी दिखा दिया कि वह अब पूरी तरह फिट और प्रभावी हैं।
इंग्लैंड और भारत के बीच तीसरे टेस्ट में एक अहम क्षण आया जब मोहम्मद सिराज की गेंद पर इंग्लैंड के बल्लेबाज़ जेमी स्मिथ ने विकेटकीपर ध्रुव जुरेल को कैच थमा दिया। यह विकेट इसलिए भी अहम था क्योंकि स्मिथ पहले दो टेस्ट में भारत के लिए सिरदर्द बने हुए थे। इससे करीब ढाई घंटे पहले, स्मिथ को के.एल. राहुल ने दूसरी स्लिप में छोड़ दिया था, लेकिन इस बार सिराज ने उन्हें 51 रन पर पवेलियन भेज दिया।
हालांकि, इस टेस्ट में अर्चर की गेंदबाज़ी चर्चा का मुख्य विषय रही। उनकी रफ्तार और सटीकता ने बल्लेबाजों को असहज किया। अब क्रिकेट जगत की नज़र इस बात पर टिकी है कि इंग्लैंड टीम प्रबंधन उन्हें बाकी सीरीज़ में कैसे इस्तेमाल करता है — क्या उन्हें रोटेट किया जाएगा या हर मैच में मैदान पर उतारा जाएगा?
जोफ्रा अर्चर की वापसी इंग्लैंड के लिए वरदान साबित हो सकती है, बशर्ते उनका सही तरीके से प्रबंधन किया जाए। उनके प्रदर्शन से यह संकेत मिल चुका है कि वह टेस्ट क्रिकेट में फिर से तूफान लाने को तैयार हैं।