भारत-यूके एफटीए से भारतीय निर्यातकों को 12% शुल्क लाभ: गोकलदास एक्सपोर्ट्स
गोकलदास एक्सपोर्ट्स के अनुसार, भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते से भारतीय निर्यातकों को 12% शुल्क लाभ मिलेगा। कंपनी ने दीर्घकालिक अवसरों को भुनाने की तैयारी की है, बावजूद अल्पकालिक चुनौतियों के।
गोकलदास एक्सपोर्ट्स ने कहा है कि भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) से भारतीय निर्यातकों को लगभग 12% का शुल्क लाभ मिलेगा, जिससे वैश्विक बाजार में उनकी प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता बढ़ेगी।
कंपनी के अनुसार, यह समझौता भारतीय परिधान और वस्त्र उद्योग के लिए बड़ा अवसर साबित होगा। वर्तमान में भारतीय निर्यातकों को कई बाजारों में आयात शुल्क की वजह से मूल्य प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है, लेकिन एफटीए लागू होने के बाद भारत से ब्रिटेन को निर्यात सस्ता और आकर्षक हो जाएगा।
गोकलदास एक्सपोर्ट्स ने कहा कि अल्पकालिक चुनौतियाँ, जैसे अमेरिकी टैरिफ नीतियों की अनिश्चितता और उपभोक्ता मांग में उतार-चढ़ाव, उद्योग पर दबाव डाल रही हैं। हालांकि, कंपनी का मानना है कि उसकी तेज़ अनुकूलन क्षमता और लचीली रणनीति उसे इन चुनौतियों से निपटने और दीर्घकालिक अवसरों को भुनाने में मदद करेगी।
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कंपनी के प्रबंधन का कहना है कि एफटीए न केवल निर्यात बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि भारतीय वस्त्र उद्योग को स्थायी विकास और रोजगार सृजन का भी अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद, कंपनी अपने उत्पादन ढांचे और आपूर्ति श्रृंखला को इस तरह तैयार कर रही है कि वह बदलते अंतरराष्ट्रीय व्यापार माहौल में प्रतिस्पर्धी बनी रहे।
गोकलदास एक्सपोर्ट्स ने जोर देकर कहा कि भारत-यूके एफटीए से मिलने वाला शुल्क लाभ उद्योग के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है, बशर्ते उद्योग इसे नवाचार और गुणवत्ता सुधार के साथ जोड़कर उपयोग करे।
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