ज्ञानी हरप्रीत सिंह बने अकाली दल के अलग हुए गुट के अध्यक्ष
गुरद्वारा बुर्ज अकाली फूला सिंह, अमृतसर में आयोजित सत्र में, अकाल तख्त-नियुक्त समिति ने अलग हुए अकाली दल गुट के अध्यक्ष पद पर ज्ञानी हरप्रीत सिंह को चुना।
अकाल तख्त द्वारा नियुक्त समिति ने अमृतसर स्थित गुरद्वारा बुर्ज अकाली फूला सिंह में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अलग हुए गुट का प्रतिनिधि सत्र आयोजित किया। इस सत्र में सर्वसम्मति से ज्ञानी हरप्रीत सिंह को गुट का अध्यक्ष चुना गया।
ज्ञानी हरप्रीत सिंह, जो पहले अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार रह चुके हैं, ने पदभार ग्रहण करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य सिख समुदाय की धार्मिक और सामाजिक चुनौतियों का समाधान करना और संगठन को मजबूत बनाना है। उन्होंने बताया कि यह गुट गुरुद्वारों की मर्यादा, सिख सिद्धांतों और पंजाबी संस्कृति की रक्षा के लिए काम करेगा।
प्रतिनिधि सत्र में पंजाब के विभिन्न हिस्सों से आए सदस्यों और समर्थकों ने हिस्सा लिया। बैठक में संगठनात्मक संरचना, भविष्य की रणनीति और पंजाब में बदलते राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा हुई। प्रतिभागियों ने आरोप लगाया कि मौजूदा SAD नेतृत्व सिख समुदाय के असली मुद्दों से भटक गया है, और इस कारण एक अलग गुट का गठन आवश्यक हो गया।
गुरद्वारा परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ राजनीतिक भाषण भी हुए। समर्थकों ने विश्वास जताया कि ज्ञानी हरप्रीत सिंह के नेतृत्व में यह गुट न केवल पंजाब की राजनीति में बल्कि सिख धार्मिक मंचों पर भी अपनी अलग पहचान बनाएगा।
अंत में, समिति ने निर्णय लिया कि आने वाले महीनों में पूरे पंजाब में जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे, जिसमें सिख समुदाय के मुद्दों और संगठन के उद्देश्यों को जनता तक पहुंचाया जाएगा।
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