गिनी चुनाव में जुंटा प्रमुख जनरल मामदी डूम्बूया की जीत, अस्थायी नतीजों का ऐलान
गिनी के पहले चुनाव में, 2021 तख्तापलट के बाद, जुंटा प्रमुख जनरल मामदी डूम्बूया ने 86.72 प्रतिशत वोटों के साथ अस्थायी नतीजों में बड़ी जीत दर्ज की।
पश्चिम अफ्रीकी देश गिनी में हुए राष्ट्रपति चुनाव में जुंटा प्रमुख जनरल मामदी डूम्बूया को विजेता घोषित किया गया है। मंगलवार (30 दिसंबर, 2025) देर रात जारी अस्थायी नतीजों के अनुसार, जनरल डूम्बूया ने अब तक गिने गए मतों में 86.72 प्रतिशत वोट हासिल किए हैं। यह जानकारी गिनी के जनरल डायरेक्टरेट ऑफ इलेक्शंस द्वारा दी गई।
रविवार को हुआ यह चुनाव वर्ष 2021 में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद देश का पहला चुनाव था। इसी तख्तापलट में जनरल मामदी डूम्बूया ने तत्कालीन राष्ट्रपति अल्फा कोंडे को सत्ता से हटाकर देश की बागडोर संभाली थी। इसके बाद से गिनी में एक संक्रमणकालीन शासन व्यवस्था लागू थी, जो अब इस चुनाव के साथ अपने अंतिम चरण में पहुंचती दिखाई दे रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस चुनाव में विपक्ष काफी कमजोर स्थिति में था, जिससे डूम्बूया की जीत पहले से ही तय मानी जा रही थी। आलोचकों के अनुसार, जुंटा प्रमुख ने पिछले चार वर्षों के दौरान मुख्य विपक्षी दलों और असंतोष की आवाज़ों पर सख्ती से कार्रवाई की, जिसके चलते कोई मजबूत राजनीतिक चुनौती सामने नहीं आ सकी।
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चुनाव मैदान में जनरल डूम्बूया के अलावा कुल आठ अन्य उम्मीदवार थे, लेकिन उनमें से कोई भी प्रभावी जनसमर्थन हासिल नहीं कर सका। विपक्षी नेताओं का आरोप है कि चुनावी माहौल पूरी तरह निष्पक्ष नहीं था और सत्ता में बैठे जुंटा को प्रशासनिक तंत्र का लाभ मिला।
हालांकि, सरकार समर्थकों का कहना है कि यह चुनाव देश को राजनीतिक स्थिरता की ओर ले जाने की दिशा में एक अहम कदम है। उनका दावा है कि डूम्बूया के नेतृत्व में संक्रमणकालीन प्रक्रिया पूरी हुई है और अब गिनी में एक नई लोकतांत्रिक व्यवस्था की शुरुआत होगी।
अंतिम परिणामों की घोषणा अभी शेष है, लेकिन शुरुआती नतीजों ने स्पष्ट कर दिया है कि आने वाले समय में भी गिनी की सत्ता जनरल मामदी डूम्बूया के हाथों में रहने वाली है।
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