इंडोनेशिया में बोर्डिंग स्कूल ढहने के बाद कई दिनों से लापता छात्रों तक पहुंचने की बेताब कोशिश
इंडोनेशिया में बोर्डिंग स्कूल ढहने से 90 से अधिक छात्र मलबे में दबे। 6 जीवित मिले, 3 मौतें, 100 घायल। भूकंप ने रेस्क्यू और मुश्किल बना दिया।
इंडोनेशिया के पूर्वी जावा प्रांत के सिदोआर्जो इलाके में एक मदरसा ढहने से बड़ा हादसा हुआ है। अल खोज़िनी इस्लामिक बोर्डिंग स्कूल सोमवार को दोपहर की नमाज के समय अचानक धराशायी हो गया। घटना के समय 12 से 18 वर्ष के छात्र हॉल में मौजूद थे। अभी तक कम से कम तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 100 से अधिक घायल हैं और 91 से अधिक छात्र अब भी मलबे में दबे हुए हैं।
रेस्क्यू टीमों ने मलबे में से छह बच्चों को जिंदा खोज निकाला है और उन्हें ऑक्सीजन, पानी व भोजन पहुंचाया जा रहा है। बचाव अभियान में करीब 300 से अधिक कर्मचारी जुटे हैं। अधिकारियों का कहना है कि भारी मशीनरी इस्तेमाल करने से ढांचा और गिर सकता है, इसलिए हाथ से सुरंग जैसी जगह बनाकर बच्चों तक पहुंचने की कोशिश हो रही है।
इस बीच, पास के सुमेनेप इलाके में आए 6.5 तीव्रता के भूकंप ने राहत कार्य को और कठिन बना दिया है, क्योंकि झटकों से मलबा और सख्त हो गया है। राहतकर्मी 15 स्थानों पर खोज कर रहे हैं, जिनमें से छह जगहों पर अब भी जीवित लोगों के होने की संभावना है।
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लापता छात्रों के परिजन स्कूल के बाहर जमा होकर बच्चों की सलामती की दुआ कर रहे हैं और पोस्ट की गई सूची में अपने प्रियजनों के नाम तलाश रहे हैं।
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