अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन को दिल्ली पुलिस का समन; आतंकी मॉड्यूल और फर्जी दस्तावेज़ मामले की जांच तेज
दिल्ली पुलिस ने आतंकी मॉड्यूल और फर्जी दस्तावेज़ मामले में अल-फलाह यूनिवर्सिटी चेयरमैन को समन किया। UGC और NAAC ने गंभीर अनियमितताएं पाई थीं। जांच लाल किले धमाके से भी जुड़ी है।
दिल्ली पुलिस ने फरीदाबाद के आतंकी मॉड्यूल मामले और फर्जी दस्तावेज़ों से जुड़े दो अलग-अलग मामलों की जांच के सिलसिले में अल-फलाह यूनिवर्सिटी के चेयरमैन जावेद अहमद सिद्दीकी को समन जारी किया है। यह कार्रवाई सोमवार (17 नवंबर 2025) को की गई। अधिकारियों के अनुसार, यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली और उससे जुड़े कई व्यक्तियों की गतिविधियों से जुड़े गंभीर सवालों को स्पष्ट करने के लिए सिद्दीकी का बयान बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच पहले ही हरियाणा स्थित इस यूनिवर्सिटी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी के दो एफआईआर दर्ज कर चुकी है। ये FIRs तब दर्ज की गईं जब यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (UGC) और नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (NAAC) ने यूनिवर्सिटी के मान्यता संबंधी दावों की समीक्षा के बाद ‘गंभीर अनियमितताएं’ पाई थीं और अपनी रिपोर्ट कानून प्रवर्तन एजेंसियों को सौंपी थी। अधिकारियों ने बताया कि यूनिवर्सिटी द्वारा प्रस्तुत मान्यता से जुड़े दस्तावेज़ और दावे फर्जी होने के संदेह में जांच के दायरे में हैं।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सिद्दीकी को भेजा गया यह समन उस व्यापक जांच का हिस्सा है जो पिछले सप्ताह लाल किले के पास हुए धमाके से भी जुड़ती है। कई संदिग्धों के अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े होने की संभावना के बाद जांचकर्ता संस्थान के रिकॉर्ड, वित्तीय लेनदेन और प्रशासनिक मंजूरियों की बारीकी से जांच कर रहे हैं।
जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या यूनिवर्सिटी का ढांचा और उसके कुछ कर्मचारी किसी प्रकार से आतंकी नेटवर्क से जुड़े संदिग्धों की मदद या संरक्षण में शामिल थे। फिलहाल पुलिस कई स्तरों पर जांच आगे बढ़ा रही है और आने वाले दिनों में और पूछताछ तथा दस्तावेज़ों की जांच की संभावना है।
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