2030 तक बस्तर को देश का सबसे विकसित आदिवासी क्षेत्र बनाएंगे: अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि मार्च 2026 तक माओवाद खत्म होगा और 2030 तक बस्तर के सातों जिले देश के सबसे विकसित आदिवासी क्षेत्र बनाए जाएंगे।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार (13 दिसंबर, 2025) को कहा कि भारत मार्च 2026 तक माओवाद को पूरी तरह समाप्त करने की कगार पर खड़ा है। इसके साथ ही सरकार ने छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र को वर्ष 2030 तक देश का सबसे विकसित आदिवासी संभाग बनाने का लक्ष्य तय किया है।
बस्तर ओलंपिक्स के समापन समारोह को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि सरकार का संकल्प केवल माओवाद को खत्म करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके बाद क्षेत्र के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारा संकल्प है कि भारत की पूरी धरती को और विशेष रूप से बस्तर क्षेत्र को माओवाद से मुक्त किया जाए। लेकिन हम यहीं नहीं रुकेंगे। आज मैं आप सभी के सामने घोषणा करता हूं कि कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर — बस्तर संभाग के ये सातों जिले दिसंबर 2030 तक देश के सबसे विकसित आदिवासी जिले बनेंगे।”
अमित शाह ने बस्तर ओलंपिक्स में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों की सराहना की। उन्होंने विशेष रूप से आत्मसमर्पण कर चुके माओवादियों का उल्लेख किया, जिन्होंने खेलों में हिस्सा लिया और मुख्यधारा से जुड़ने का उदाहरण प्रस्तुत किया। गृह मंत्री ने इसे सकारात्मक बदलाव का संकेत बताया और कहा कि खेल और सांस्कृतिक गतिविधियां युवाओं को हिंसा से दूर रखने में अहम भूमिका निभाती हैं।
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उन्होंने एक बार फिर माओवादियों से हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने की अपील की। शाह ने कहा कि सरकार विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और रोजगार के जरिए बस्तर के लोगों के जीवन में स्थायी बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
गृह मंत्री के अनुसार, सुरक्षा अभियानों के साथ-साथ विकास योजनाओं को समानांतर रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है, ताकि बस्तर क्षेत्र में शांति, समृद्धि और विश्वास का वातावरण कायम हो सके।
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