चीनी वेंडर्स भारतीयों से अधिक अनुशासित और तेज़: भारतीय उद्यमी का दावा
भारतीय उद्यमी चाणक्य शाह ने कहा कि चीनी वेंडर्स अनुशासन, गति और प्रोफेशनलिज़्म में भारतीयों से आगे हैं। इस बयान ने कार्यसंस्कृति और व्यावसायिक दक्षता पर व्यापक बहस छेड़ दी।
एक भारतीय उद्यमी द्वारा किए गए हालिया बयान ने सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा छेड़ दी है, जिसमें उन्होंने कहा कि चीनी वेंडर्स अनुशासन, गति और प्रोफेशनलिज़्म के मामले में भारतीय वेंडर्स से कहीं आगे हैं।
हाइड्रेशन सप्लीमेंट बनाने वाली कंपनी Up and Run के सह-संस्थापक चाणक्य शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया कि चीन के वेंडर्स व्यवसायिक कार्यों में बेहद गंभीर, फोकस्ड और तुरंत प्रतिक्रिया देने वाले होते हैं।
शाह के अनुसार, “चीनी वेंडर्स तेज़, अनुशासित और बिज़नेस को लेकर बहुत गंभीर होते हैं। आप उन्हें किसी भी समय मैसेज करें, वे कुछ ही सेकंड में जवाब दे देते हैं। यही एटिट्यूड उन्हें उन लोगों पर बढ़त देता है जो ‘गो-गेटर’ नहीं होते।”
उनकी इस टिप्पणी के बाद उद्यमियों और बिज़नेस समुदाय में चर्चा शुरू हो गई कि भारत और चीन के बीच व्यापारिक कार्यशैली में इतना बड़ा अंतर क्यों है। कई लोगों ने शाह की राय से सहमति जताते हुए कहा कि भारत में अक्सर वेंडर्स समयसीमा का पालन करने में ढीले पड़ जाते हैं, जबकि चीन का एक बड़ा विनिर्माण इकोसिस्टम तेज़ और कुशल डिलीवरी के लिए प्रसिद्ध है।
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कुछ यूज़र्स ने यह भी कहा कि चीन का अनुशासन उनकी मजबूत कार्यसंस्कृति, टेक्नोलॉजी-ड्रिवन सिस्टम और अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर केंद्रित दृष्टिकोण से आता है। वहीं, कुछ अन्य ने तर्क दिया कि भारतीय वेंडर्स में भी क्षमता की कमी नहीं है, बस प्रोसेस और प्रोफेशनलिज़्म को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
चाणक्य शाह का यह बयान भारत के उत्पादन और सप्लाई चेन सिस्टम में सुधार की आवश्यकता पर फिर से ध्यान केंद्रित करता है। भारत में स्टार्टअप कल्चर और विनिर्माण बढ़ रहा है, ऐसे में कई विशेषज्ञों का मानना है कि प्रतिस्पर्धी वैश्विक बाजार में टिके रहने के लिए कार्यशैली में अनुशासन, गति और ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण को मजबूत करना बेहद जरूरी है।
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