नई दिल्ली में 7वें कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन की एनएसए बैठक, समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद पर गहन चर्चा
नई दिल्ली में 7वीं कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन एनएसए बैठक में समुद्री सुरक्षा, आतंकवाद, साइबर सुरक्षा और क्षेत्रीय सहयोग पर चर्चा हुई तथा सदस्य देशों ने प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण बढ़ाने पर सहमति जताई।
नई दिल्ली में गुरुवार (20 नवंबर 2025) को आयोजित 7वीं कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन (Colombo Security Conclave) की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) स्तरीय बैठक में सदस्य देशों ने क्षेत्रीय सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की। यह बैठक भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की मेजबानी में हुई, जिसमें हिंद महासागर क्षेत्र की सुरक्षा स्थिति का व्यापक मूल्यांकन प्रस्तुत किया गया।
बैठक का मुख्य फोकस पाँच प्रमुख सहयोग स्तंभों पर रहा, जिनमें शामिल थे —
- समुद्री सुरक्षा और सुरक्षित नौवहन,
- आतंकवाद और कट्टरपंथ से मुकाबला,
- तस्करी एवं अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराध से निपटना,
- साइबर सुरक्षा और महत्वपूर्ण अवसंरचना की रक्षा,
- मानवीय सहायता और आपदा प्रबंधन (HADR)।
सदस्य देशों ने आतंकवाद और साइबर खतरे जैसे बढ़ते सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाने, संयुक्त प्रशिक्षण, और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। बैठक में यह भी चर्चा हुई कि हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ती समुद्री गतिविधियों और रणनीतिक प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए सहयोग और सूचना साझेदारी को मजबूत किया जाए।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस बैठक में समुद्री सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने, डिजिटल खतरों से निपटने और क्षेत्रीय स्थिरता के लिए बहुपक्षीय सहभागिता बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन क्षेत्रीय देशों को सुरक्षा के विभिन्न क्षेत्रों में सामूहिक प्रयासों के माध्यम से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मंच माना जाता है।
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