राहुल ममकूटथिल पर संपादकीय विवाद: कांग्रेस ने कहा—विचार पार्टी की लाइन नहीं
कांग्रेस मुखपत्र में राहुल ममकूटथिल के बचाव में छपे संपादकीय पर विवाद बढ़ा। KPCC ने इसे पार्टी लाइन के खिलाफ बताया, जबकि नेताओं में इस पर मतभेद उभरकर सामने आए।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (KPCC) के अध्यक्ष सनी जोसेफ ने शनिवार (29 नवंबर 2025) को कहा कि पार्टी के मुखपत्र में प्रकाशित वह संपादकीय, जिसमें पलक्कड़ के विधायक राहुल ममकूटथिल का बचाव किया गया था, कांग्रेस की आधिकारिक लाइन नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि संपादकीय में लिखी गई बातें पार्टी के स्टैंड और विचारधारा के खिलाफ थीं, इसलिए उसे ठीक करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
‘जिसने पाप न किया हो, वही पत्थर फेंके’ शीर्षक वाले संपादकीय में दावा किया गया था कि ममकूटथिल को सीपीआई(एम) की साजिश के तहत निशाना बनाया जा रहा है ताकि आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में कांग्रेस की छवि खराब हो। आलोचनाओं के बाद जोसेफ ने कहा कि यह सामग्री पार्टी मुखपत्र में प्रकाशित ही नहीं होनी चाहिए थी। उन्होंने यह भी बताया कि ममकूटथिल को राज्य के सभी कांग्रेस नेताओं की सहमति से निलंबित किया गया था।
हालाँकि वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन ने अलग राय रखते हुए कहा कि संपादकीय पार्टी का ही स्टैंड दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इसमें ममकूटथिल का बचाव नहीं, बल्कि यह उजागर किया गया है कि सीपीआई(एम) ने अपने विधायक मुकेश पर यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कोई कार्रवाई नहीं की, फिर भी कांग्रेस से नैतिकता की बातें की जा रही हैं।
पूर्व KPCC अध्यक्ष के. सुधाकरण ने कहा कि ममकूटथिल ने गलत किया है और उन्होंने फोन पर उन्हें फटकार भी लगाई। उन्होंने यह भी कहा कि यदि जांच में वह दोषी पाए जाते हैं, तो उन्हें कोई राजनीतिक संरक्षण नहीं दिया जाएगा।
इसी बीच, एसएफआई ने पलक्कड़ में ‘वांटेड’ पोस्टर लगाकर उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। महिला की शिकायत पर उनके खिलाफ यौन शोषण और गर्भपात के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज किया गया है। विशेष जांच दल गठित कर लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया गया है।
ममकूटथिल ने आरोपों को राजनीतिक साजिश बताते हुए अग्रिम जमानत याचिका दायर की है।
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