कांग्रेस का आरोप: अमेरिकी टैरिफ के बीच मोदी सरकार की ऊपरी विदेश नीति विफल
कांग्रेस ने अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव पर मोदी सरकार की विदेश नीति को ‘ऊपरी’ बताया। सरकार ‘वोकल फॉर लोकल’ का आह्वान कर रही है, जबकि विपक्ष ठोस रणनीति की मांग कर रहा है।
कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति को “ऊपरी और दिखावटी” बताते हुए उस पर तीखा हमला बोला है। पार्टी का कहना है कि अमेरिका द्वारा नए टैरिफ लागू किए जाने से भारतीय अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक असर पड़ रहा है और यह सरकार की कूटनीतिक विफलता को दर्शाता है।
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि मोदी सरकार ने विदेश नीति को केवल प्रचार का माध्यम बना दिया है, जबकि वास्तविक आर्थिक और व्यापारिक चुनौतियों को नजरअंदाज किया गया है। उनका कहना है कि भारत-अमेरिका संबंधों को मज़बूत करने के लिए ठोस रणनीति अपनाने की बजाय सरकार ने सिर्फ़ दिखावटी दौरों और बड़े आयोजनों पर ध्यान केंद्रित किया।
वहीं, सरकार ‘स्वदेशी’ मंत्र को आगे बढ़ा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से आह्वान किया है कि वे “वोकल फॉर लोकल” बनें, ताकि भारतीय अर्थव्यवस्था का आयात और निर्यात पर निर्भरता कम हो। सरकार का दावा है कि यह नीति दीर्घकाल में आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को मज़बूत करेगी।
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कांग्रेस का कहना है कि केवल नारे देने से समस्या हल नहीं होगी। पार्टी के नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने विदेशी व्यापार नीति को मज़बूत करने के ठोस कदम नहीं उठाए, तो इससे रोजगार और औद्योगिक उत्पादन दोनों प्रभावित होंगे।
अमेरिका द्वारा लागू किए गए टैरिफ़ से कई भारतीय उद्योगों को झटका लग सकता है, खासकर वे क्षेत्र जो निर्यात पर निर्भर हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए व्यावहारिक और बहुआयामी कूटनीति की ज़रूरत है।
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