चक्रवात मोंथा का कहर: आंध्र और ओडिशा में अलर्ट, तटीय इलाकों से शुरू हुआ पलायन
चक्रवात ‘मोंथा’ के गंभीर रूप लेने की चेतावनी के बीच आंध्र और ओडिशा में रेड अलर्ट जारी। हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित।
चक्रवात ‘मोंथा’ ने आंध्र प्रदेश और ओडिशा के कई जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा और तेज़ हवाओं के कारण जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। भारत मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह चक्रवात 28 अक्टूबर (मंगलवार) की शाम या रात को आंध्र प्रदेश के मछलीपट्टनम और कालिंगपट्टनम के बीच, काकीनाडा के पास तट से टकरा सकता है। उस समय इसकी अधिकतम हवा की गति 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे तक रहेगी, जो 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँच सकती है। राज्य के 16 जिलों में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है।
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने तटीय इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों और पुनर्वास केंद्रों में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया है। काकीनाडा और कोनसीमा क्षेत्र में लगभग 10,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जबकि 126 गर्भवती महिलाओं को अस्पतालों में शिफ्ट किया गया है। ओडिशा सरकार ने भी अपने दक्षिणी जिलों में व्यापक स्तर पर निकासी अभियान शुरू कर दिया है, जहां आठ जिलों में रेड अलर्ट जारी है।
सावधानी के तौर पर, ईस्ट कोस्ट रेलवे ने वॉल्टेयर क्षेत्र और उससे जुड़ी लाइनों पर चलने वाली 32 ट्रेनों को रद्द, परिवर्तित या छोटा किया है। इस बीच, दक्षिण मध्य रेलवे (SCR) ने यात्रियों से 27 और 28 अक्टूबर को केवल आवश्यक होने पर ही यात्रा करने की अपील की है।
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मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात ‘मोंथा’ पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में केंद्रित है और इसके और भी प्रबल होकर गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।
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