कोयला माफिया पर बड़ी कार्रवाई: ईडी के झारखंड और पश्चिम बंगाल में 40 से अधिक ठिकानों पर छापे
ईडी ने झारखंड और पश्चिम बंगाल में अवैध कोयला खनन और मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में 40 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे। 100 से ज्यादा अधिकारी कार्रवाई में शामिल रहे।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार सुबह, 21 नवंबर 2025 को, झारखंड और पश्चिम बंगाल में कोयला चोरी और अवैध खनन से जुड़े मामलों में बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने दोनों राज्यों में एक समन्वित अभियान चलाते हुए 40 से अधिक स्थानों पर एक साथ तलाशी शुरू की। एजेंसी यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के प्रावधानों के तहत कर रही है।
जानकारी के अनुसार, कोयला माफिया के खिलाफ चल रही इस व्यापक कार्रवाई में ईडी के 100 से ज्यादा अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे। सुबह 6 बजे से शुरू हुई इन तलाशी कार्रवाइयों का उद्देश्य कोयला चोरी से जुड़े संगठित सिंडिकेट्स की गतिविधियों पर रोक लगाना और मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क का पता लगाना है।
पश्चिम बंगाल और झारखंड लंबे समय से अवैध कोयला खनन और चोरी से जुड़े मामलों के लिए निगरानी में रहे हैं। पिछले कई वर्षों में विभिन्न जांच एजेंसियों द्वारा कई बड़े गिरोहों का खुलासा किया गया है, जिनके राजनीतिक और कारोबारी हितों से जुड़े होने के आरोप लगे हैं। ईडी की यह नई कार्रवाई इन मामलों को और गहराई से खंगालने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
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सूत्रों के मुताबिक, छापे उन व्यक्तियों और कंपनियों पर केंद्रित हैं, जिन पर कोयला खदानों से अवैध रूप से निकाले गए कोयले को काले धन में बदलने का संदेह है। यह भी माना जा रहा है कि ईडी कई जगहों से दस्तावेज़, डिजिटल डाटा, लेनदेन रिकॉर्ड और अन्य महत्वपूर्ण सबूत जब्त कर सकती है।
हालांकि, ईडी ने अभी इस बात का आधिकारिक खुलासा नहीं किया है कि किन-किन नामों और ठिकानों को इस कार्रवाई में शामिल किया गया है। माना जा रहा है कि यह जांच आने वाले दिनों में और विस्तृत हो सकती है।
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