पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवराज पाटिल का 90 वर्ष की उम्र में निधन
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का 90 वर्ष की उम्र में लातूर स्थित उनके निवास पर निधन हो गया। उन्होंने सात बार लातूर लोकसभा सीट जीती थी और लंबे समय तक कांग्रेस के प्रमुख नेता रहे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल का शुक्रवार को महाराष्ट्र के लातूर स्थित उनके गृह नगर में निधन हो गया। वह 90 वर्ष के थे। परिवार के सदस्यों के अनुसार, पाटिल पिछले कुछ समय से अस्वस्थ थे और संक्षिप्त बीमारी के बाद उनका निधन उनके निवास पर हुआ।
शिवराज पाटिल भारतीय राजनीति की एक अहम और प्रभावशाली शख्सियत रहे। उन्होंने सात बार लातूर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व किया, जो महाराष्ट्र की राजनीति में उनकी मजबूत पकड़ और जनता के बीच उनकी लोकप्रियता को दर्शाता है।
पाटिल लंबे समय तक कांग्रेस पार्टी के महत्वपूर्ण नेता रहे और उन्होंने देश स्तर पर कई जिम्मेदारियां संभालीं। सबसे उल्लेखनीय भूमिका के रूप में उन्होंने भारत के केंद्रीय गृह मंत्री का पद संभाला, जहां उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा, आंतरिक कानून व्यवस्था और कई नीतिगत मामलों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए।
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उनका राजनीतिक करियर कई दशकों तक फैला रहा, जिसमें उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष, राज्यपाल और विभिन्न संसदीय समितियों में भी अहम योगदान दिया। अपनी शांत, सुलझी और संतुलित कार्यशैली के कारण वे सभी राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच सम्मान पाते थे।
शिवराज पाटिल के निधन से महाराष्ट्र और राष्ट्रीय राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है। कांग्रेस नेतृत्व ने उन्हें देश के लिए एक समर्पित नेता बताया और कहा कि उनकी कमी लंबे समय तक महसूस की जाएगी।
लातूर में स्थानीय लोगों ने भी उन्हें एक सरल, सहज और जनता से जुड़ने वाले नेता के रूप में याद किया। उनके निधन के बाद क्षेत्र में शोक व्यक्त करने वाले लोगों का तांता लगा है, जो उनके घर पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
देश भर से राजनीतिक नेताओं के संदेश लगातार आ रहे हैं, जिसमें पाटिल को सार्वजनिक जीवन में उनके योगदान के लिए याद किया जा रहा है।
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