एथेनॉल मिश्रण पर विवाद: गडकरी बोले, लॉबी कर रही है हमला
गडकरी ने एथेनॉल मिश्रण पर लगे आरोपों को खारिज किया। बोले, आयात लॉबी फैसलों से नाराज़ है। उनकी प्राथमिकता किसानों को ऊर्जा उत्पादक बनाना और प्रदूषण कम करना है।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को एथेनॉल मिश्रण को लेकर उन पर लगे आरोपों पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह सब एक ताकतवर आयात लॉबी का काम है, जो उनके फैसलों से असंतुष्ट है।
एक कार्यक्रम में बोलते हुए गडकरी ने खुद की तुलना एक फलदार पेड़ से की। उन्होंने कहा, “मैं ऐसे आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं देता क्योंकि प्रतिक्रिया देने से वही खबर बन जाती है। फलदार पेड़ पर ही लोग पत्थर मारते हैं। बेहतर है कि हम इसे टाल दें।”
गडकरी ने स्पष्ट किया कि उनकी नीति का फोकस देश में एथेनॉल मिश्रण को बढ़ावा देना है। इसके जरिए किसानों को ऊर्जा उत्पादक बनाना और प्रदूषण घटाना उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि भारत में एथेनॉल उत्पादन से किसानों की आय बढ़ेगी, आयातित ईंधन पर निर्भरता कम होगी और पर्यावरण को भी फायदा होगा।
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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनकी कोशिश है कि देश का किसान सिर्फ अन्नदाता ही नहीं बल्कि ऊर्जा दाता भी बने। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। गडकरी ने यह भी कहा कि पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने से प्रदूषण स्तर कम होगा, जिससे शहरों की हवा साफ होगी और लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिलेगा।
उन्होंने दोहराया कि उनका काम राष्ट्रहित में है और लॉबी की आलोचनाओं से वे विचलित नहीं होते। गडकरी ने कहा, “मेरी प्राथमिकता किसानों और देश के हितों की रक्षा करना है। आयात लॉबी चाहती है कि भारत विदेशी ईंधन पर निर्भर बना रहे, लेकिन मैं इस व्यवस्था को बदलने के लिए प्रतिबद्ध हूं।”
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