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होंडुरास में वोटों की गिनती तीसरे हफ्ते में पहुंची, तनावपूर्ण माहौल बरकरार

होंडुरास में राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना तीसरे हफ्ते में पहुंच गई है। मामूली बढ़त के बीच बड़े पैमाने पर पुनर्गणना हो रही है, जिससे देश में तनाव और अनिश्चितता बनी हुई है।

मध्य अमेरिकी देश होंडुरास में राष्ट्रपति चुनाव की वोटों की गिनती तीसरे सप्ताह में प्रवेश कर गई है, जिससे देश में तनाव और अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। शुक्रवार, 19 दिसंबर 2025 को राजधानी तेगुसिगाल्पा में चुनाव अधिकारियों और राजनीतिक प्रतिनिधियों ने लगभग तीन सप्ताह पहले डाले गए हजारों मतों की दोबारा गिनती शुरू की।

दो बास्केटबॉल कोर्ट के आकार के एक गोदाम में सैकड़ों चुनाव कर्मचारी और दलों के प्रतिनिधि करीब 2,800 मतगणना शीटों की मैनुअल री-काउंटिंग में जुटे रहे, जिनमें “अनियमितताओं” का संदेह जताया गया है। इस पुनर्गणना से यह तय होगा कि 67 वर्षीय कारोबारी नास्री असफुरा—जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन प्राप्त है—और 72 वर्षीय टीवी स्टार एवं रूढ़िवादी नेता साल्वाडोर नासराला में से कौन विजेता होगा।

फिलहाल नासराला कुछ हजार वोटों की मामूली बढ़त बनाए हुए हैं, लेकिन लगभग पांच लाख मतों की पुनर्गणना के चलते नतीजा बदल सकता है। इसी वजह से पूरा देश बेचैनी में है।

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चुनाव आयोग (CNE) के मुख्यालय के बाहर और राजधानी के अन्य हिस्सों में लोगों ने लंबी और धीमी मतगणना प्रक्रिया पर अविश्वास जताया। कंप्यूटर सिस्टम की विफलताओं और धांधली के आरोपों ने हालात और जटिल बना दिए हैं। सत्तारूढ़ वामपंथी लिब्रे पार्टी के समर्थक कार्लोस कास्तिलो ने कहा कि उन्हें चुनाव अधिकारियों पर भरोसा नहीं है और पुराने तरीके की धोखाधड़ी दोहराई जा रही है।

हालांकि, CNE ने पूरी प्रक्रिया को यूट्यूब पर लाइव प्रसारित किया और अमेरिका व यूरोप से आए अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने किसी भी तरह की धोखाधड़ी के ठोस सबूत न मिलने की बात कही।

बीते सप्ताह प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों के बाद शुक्रवार को CNE कार्यालय के चारों ओर सैनिकों की तैनाती की गई। दीवारों पर “वोट-बाय-वोट” पुनर्गणना की मांग वाले पोस्टर लगाए गए।

इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने होंडुरास सरकार के कुछ अधिकारियों पर मतगणना में हस्तक्षेप का आरोप लगाया और दो अधिकारियों पर वीज़ा प्रतिबंधों की घोषणा की।

कानून के तहत CNE के पास 30 दिसंबर तक विजेता घोषित करने का समय है। हालांकि राजधानी में फिलहाल शांति है, लेकिन लोगों के मन में डर और अनिश्चितता अब भी बनी हुई है।

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