इम्फाल का इमा मार्केट: मणिपुर में महिला सशक्तिकरण की अनोखी मिसाल
मणिपुर की राजधानी इम्फाल का इमा मार्केट पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित है, जहां 5,000-6,000 महिला विक्रेता स्थानीय और पर्यटक ज़रूरतों की विविध वस्तुएं बेचती हैं।
मणिपुर की राजधानी इम्फाल में स्थित 'इमा मार्केट' यानी 'माओं का बाजार' महिला सशक्तिकरण की एक प्रेरणादायक मिसाल है। यह बाजार न केवल पूर्वोत्तर भारत, बल्कि पूरे देश में अपनी अनोखी विशेषता के लिए जाना जाता है क्योंकि यहां का पूरा संचालन केवल महिलाएं करती हैं।
करीब 5,000 से 6,000 महिला विक्रेता इस ऐतिहासिक बाजार में प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के उत्पाद बेचती हैं, जिनमें पारंपरिक कपड़े, हस्तशिल्प, सब्जियां, मसाले, मछली और स्थानीय खाने-पीने की वस्तुएं शामिल हैं। यह बाजार न केवल स्थानीय निवासियों की जरूरतों को पूरा करता है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
इमा मार्केट सदियों पुरानी परंपरा पर आधारित है, जहां महिलाओं ने अपने आर्थिक अधिकारों को मजबूती से स्थापित किया है। यह स्थान यह दर्शाता है कि महिलाएं केवल घरेलू कार्यों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि वे सामाजिक और आर्थिक बदलाव की मुख्य धारा में हैं।
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इस बाजार की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यहां पुरुषों को विक्रेता के रूप में शामिल नहीं किया जाता। यह परंपरा महिला स्वायत्तता और सामाजिक भूमिका को रेखांकित करती है।
इमा मार्केट आज न केवल व्यापार का केंद्र है, बल्कि यह मणिपुर में महिलाओं की सामूहिक शक्ति, आत्मनिर्भरता और नेतृत्व क्षमता का जीवंत प्रतीक भी है। यह स्थान महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले मॉडल के रूप में उभरकर सामने आया है।
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