देश में जन्म दर में गिरावट, मौतों में मामूली वृद्धि — नागरिक पंजीकरण प्रणाली की रिपोर्ट
2023 में देश में 2.52 करोड़ जन्म हुए, जो 2022 से कम हैं। मौतें 86.6 लाख दर्ज हुईं, मामूली वृद्धि के साथ जन्म दर में गिरावट का संकेत।
भारत में 2023 के दौरान जन्म और मृत्यु के आंकड़ों में दिलचस्प बदलाव देखने को मिला है। नागरिक पंजीकरण प्रणाली (Civil Registration System - CRS) पर आधारित “वाइटल स्टैटिस्टिक्स ऑफ इंडिया 2023” रिपोर्ट के अनुसार, देश में जन्मों की संख्या में कमी और मौतों की संख्या में हल्की बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 में कुल 2.52 करोड़ जन्म दर्ज किए गए, जो 2022 की तुलना में लगभग 2.32 लाख कम हैं। वर्ष 2022 में यह संख्या लगभग 2.54 करोड़ थी। यह गिरावट देश में घटती प्रजनन दर और परिवार नियोजन की बढ़ती जागरूकता का संकेत मानी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह प्रवृत्ति भारत को जनसंख्या स्थिरीकरण के चरण की ओर ले जा रही है।
वहीं, मौतों की संख्या में मामूली वृद्धि दर्ज की गई है। रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में कुल 86.6 लाख मौतें दर्ज की गईं, जबकि 2022 में यह संख्या 86.5 लाख थी — यानी लगभग 0.1 लाख (10,000) की बढ़ोतरी। अधिकारियों का कहना है कि यह अंतर सामान्य है और इसका संबंध जनसंख्या के आकार, आयु संरचना और स्वास्थ्य सेवाओं के कवरेज से है।
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रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जन्म और मृत्यु के पंजीकरण की दर अब लगभग 100% के करीब पहुँच चुकी है, जो कि एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक उपलब्धि है। इससे नीति निर्माण और जनसंख्या नियोजन के लिए अधिक सटीक आंकड़े उपलब्ध होंगे।
विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि घटती जन्म दर के साथ-साथ देश को वृद्ध होती आबादी से जुड़े सामाजिक और आर्थिक पहलुओं पर भी ध्यान देना होगा।