भारत और कनाडा ने संबंधों को बहाल करने के लिए कई कदमों पर सहमति जताई
भारत और कनाडा ने व्यापार, ऊर्जा संवाद और विज्ञान-प्रौद्योगिकी सहयोग पुनर्स्थापित करने सहित कई कदमों पर सहमति जताई। दोनों देश द्विपक्षीय संबंध मजबूत करने के लिए आगे बढ़ेंगे।
भारत और कनाडा ने bilateral संबंधों को पुनर्स्थापित करने और मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदमों पर सहमति व्यक्त की है। यह घोषणा विदेश मंत्री एस. जयशंकर और कनाडाई विदेश मंत्री अनीता आनंद के बीच बैठक के बाद संयुक्त बयान में की गई।
दोनों पक्षों ने कहा कि व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना, कनाडा-भारत मंत्रीस्तरीय ऊर्जा संवाद (Ministerial Energy Dialogue) को पुनः स्थापित करना, और संयुक्त विज्ञान और प्रौद्योगिकी सहयोग समिति (Joint Science and Technology Cooperation Committee) को फिर से सक्रिय करना कुछ प्रमुख समझौतों में शामिल हैं।
बैठक के दौरान, दोनों देशों ने यह भी सहमति जताई कि वे सुरक्षा, शिक्षा, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे। इसके अलावा, दोनों पक्ष यह सुनिश्चित करेंगे कि द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को सरल और पारदर्शी बनाया जाए।
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जयशंकर ने बैठक के बाद कहा कि यह कदम भारत-कनाडा संबंधों में नई गति लाएगा और दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग को मजबूत करेगा। अनीता आनंद ने भी इस बैठक को सार्थक बताते हुए कहा कि दोनों देश साझा हितों और वैश्विक स्थिरता के लिए मिलकर काम करेंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहल दोनों देशों के आर्थिक और कूटनीतिक रिश्तों में सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण है। पिछले कुछ वर्षों में द्विपक्षीय संबंधों में कुछ चुनौतियाँ सामने आई थीं, लेकिन अब यह समझौता एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
दोनों देशों ने आने वाले महीनों में इन पहलुओं पर कार्ययोजना और समयसीमा तय करने पर भी सहमति जताई।