×
 

भारत अक्टूबर में ऑपरेशन सिंदूर के बाद सबसे बड़े ड्रोन और काउंटर-ड्रोन अभ्यास कोल्ड स्टार्ट का आयोजन करेगा

भारत अक्टूबर में ‘कोल्ड स्टार्ट’ नामक सबसे बड़े ड्रोन और काउंटर-ड्रोन अभ्यास का आयोजन करेगा। इसका उद्देश्य विकसित हवाई खतरों के खिलाफ सेना की तैयारियों का मूल्यांकन करना है।

भारत अक्टूबर में ऑपरेशन सिंदूर के बाद सबसे बड़े ड्रोन और काउंटर-ड्रोन अभ्यास ‘कोल्ड स्टार्ट’ का आयोजन करने जा रहा है। यह अभ्यास भारतीय सेना की वायु सुरक्षा और ड्रोन हमलों से निपटने की तैयारियों का परीक्षण करेगा। सेना के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य विकसित हो रहे हवाई खतरों के प्रति ऑपरेशनल तैयारियों का मूल्यांकन करना है।

अभ्यास में ड्रोन और काउंटर-ड्रोन तकनीकों का व्यापक इस्तेमाल किया जाएगा, ताकि वास्तविक परिस्थितियों में तेजी से प्रतिक्रिया देने की क्षमता को परखा जा सके। इसमें सैनिकों और संबंधित सुरक्षा एजेंसियों को शामिल किया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह अभ्यास भारतीय सेना की आधुनिक युद्ध तकनीकों और हवाई सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

‘कोल्ड स्टार्ट’ अभ्यास में ड्रोन हमलों का जवाब देने के लिए नई रणनीतियाँ और टैक्टिक्स विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि पिछले सालों में बढ़ते ड्रोन हमलों और हवाई खतरे को देखते हुए, सेना की तैयारी को और सुदृढ़ करना आवश्यक हो गया है। इस अभ्यास से सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था को भी मजबूत किया जाएगा।

और पढ़ें: सेना ने सियॉम प्रहार अभ्यास में ड्रोन इंटीग्रेशन का अभ्यास किया

अभ्यास में केवल ड्रोन मुकाबला ही नहीं, बल्कि निगरानी, टोही और हवाई खतरों की पहचान करने की क्षमता को भी परखा जाएगा। यह सुनिश्चित करेगा कि भारतीय सुरक्षा बल किसी भी अप्रत्याशित ड्रोन हमले या हवाई खतरे का समय रहते प्रभावी जवाब दे सकें।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह अभ्यास भारत की सैन्य तैयारियों और राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति के लिए महत्वपूर्ण संकेतक होगा। इससे सेना की हवाई खतरे से निपटने की क्षमता और तैयारियों का समग्र मूल्यांकन किया जा सकेगा।

और पढ़ें: केवल आपराधिक अतीत को आधार बनाकर जमानत अस्वीकार नहीं किया जा सकता: सुप्रीम कोर्ट

 
 
 
Gallery Gallery Videos Videos Share on WhatsApp Share