भारत का दावा: रूस की ओर से लड़ते हुए यूक्रेन में भारतीय की गिरफ्तारी, अधिकारियों ने कहा—औपचारिक सूचना अभी नहीं मिली
विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन में भारतीय की गिरफ्तारी पर कोई औपचारिक सूचना नहीं मिली है। दूतावास जांच कर रहा है; पहले फर्जी नौकरी ऑफरों पर चेतावनी दी गई थी।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि उसे अभी तक किसी भी औपचारिक स्रोत से सूचना प्राप्त नहीं हुई है कि एक भारतीय नागरिक को यूक्रेन में गिरफ्तार किया गया है, जो कथित रूप से रूस की ओर से युद्ध में लड़ रहा था। मंत्रालय ने यह भी बताया कि कीव (Kyiv) स्थित भारतीय दूतावास इस घटना की पुष्टि करने और तथ्यों की जांच करने में जुटा है।
MEA के प्रवक्ता ने कहा, “हमें इस संबंध में कोई औपचारिक संचार प्राप्त नहीं हुआ है। हमारा मिशन कीव में स्थानीय अधिकारियों से संपर्क कर रहा है और स्थिति की जांच की जा रही है।”
यह मामला तब सामने आया जब खबरें आईं कि एक भारतीय युवक, जिसे कथित तौर पर रोजगार के बहाने रूस ले जाया गया था, यूक्रेन के मोर्चे पर पकड़ा गया है। हालांकि अभी तक इस घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
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विदेश मंत्रालय ने दोहराया कि उसने पहले भी भारतीय नागरिकों को फर्जी नौकरी के ऑफर से सावधान रहने की चेतावनी दी थी, जिनके माध्यम से उन्हें रूस-यूक्रेन युद्ध में भर्ती किया जा रहा है। मंत्रालय ने कहा कि कई भारतीय युवाओं को धोखे से “सहायक कर्मी” या “सुरक्षा कार्य” के नाम पर भर्ती किया गया, लेकिन बाद में उन्हें युद्ध क्षेत्र में भेज दिया गया।
भारत सरकार ने यूक्रेन और रूस दोनों से अनुरोध किया है कि भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए और किसी भी तरह से उन्हें युद्ध में शामिल न किया जाए।
अधिकारियों ने कहा कि जैसे ही यूक्रेन से औपचारिक जानकारी प्राप्त होगी, मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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