इंडिगो फ्लाइट रद्द: एयरलाइन ने कहा—रिफंड मुद्दों का समाधान प्राथमिकता पर
इंडिगो ने 800 से अधिक उड़ानें रद्द कीं और कहा कि वह रिफंड मामलों को प्राथमिकता पर हल कर रही है। सरकार ने एयरफेयर कैप किया और 7 दिसंबर तक रिफंड पूरा करने का आदेश दिया।
भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने शनिवार को कहा कि उसने 800 से अधिक उड़ानें रद्द की हैं, जो शुक्रवार को रद्द की गई 1,000 से ज्यादा उड़ानों की तुलना में कम हैं। कंपनी ने कहा कि वह ग्राहकों के रिफंड से जुड़े सभी मामलों का समाधान प्राथमिकता के आधार पर कर रही है।
एयरलाइन को DGCA द्वारा नई फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) Phase-2 नियमों में बड़ी ढील दी गई है, क्योंकि कंपनी ने नियामक को बताया था कि उसे पायलट रोस्टर प्लानिंग और क्रू उपलब्धता में गंभीर संक्रमणकालीन चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
इंडिगो ने कहा कि उसकी टीमें शेड्यूल स्थिर करने, देरी कम करने और इस कठिन समय में यात्रियों को बेहतर सहायता देने पर काम कर रही हैं। एयरलाइन के अनुसार, वह सभी हवाई अड्डों और सहयोगी संस्थानों के साथ मिलकर यात्रियों को टर्मिनल, वेबसाइट और नोटिफिकेशन्स के माध्यम से समय पर अपडेट प्रदान करने पर भी ध्यान दे रही है।
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रिफंड सहायता के लिए यात्रियों को इंडिगो की वेबसाइट या ग्राहक सेवा से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शनिवार (6 दिसंबर 2025) को घोषणा की कि इंडिगो की सेवाओं में आई भारी बाधा के चलते एयरफेयर पर अस्थायी कैप लगाया गया है। सरकार ने इंडिगो को आदेश दिया है कि वह 7 दिसंबर 2025, शाम 8 बजे तक सभी यात्रियों को रिफंड पूरा करे।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली हवाई अड्डे पर 106 उड़ानें रद्द थीं, जिसमें 54 प्रस्थान और 52 आगमन शामिल थे, जबकि हैदराबाद में इंडिगो ने 66 उड़ानें रद्द कीं। शुक्रवार को 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द होने से देशभर में हवाई यात्रा ठप हो गई थी और हवाई किरायों में भारी उछाल देखने को मिला।
तीन दिनों की चुप्पी के बाद, इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने एक वीडियो संदेश जारी कर यात्रियों से हुई भारी असुविधा के लिए माफी मांगी।
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