हर सांसद और विधायक कमीशन लेता है: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का दावा
केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने दावा किया कि सभी सांसद और विधायक कमीशन लेते हैं। उन्होंने कहा कि वह अपना कमीशन पार्टी को दे चुके हैं, जिससे एनडीए असहज हो गया।
केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) के नेता जीतन राम मांझी ने एक बार फिर अपने विवादित बयान से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को असहज स्थिति में डाल दिया है। मांझी ने दावा किया है कि देश में हर सांसद और विधायक अपने-अपने क्षेत्रीय विकास निधि से कमीशन लेता है। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में तीखी प्रतिक्रिया और बहस को जन्म दे दिया है।
जीतन राम मांझी ने न केवल यह आरोप लगाया कि सांसद और विधायक कमीशन लेते हैं, बल्कि यह भी कहा कि वह स्वयं कई बार अपने हिस्से का कमीशन पार्टी को दे चुके हैं। उन्होंने पार्टी नेताओं को सलाह दी कि इस पैसे का इस्तेमाल वे कार खरीदने जैसे कामों में कर सकते हैं। मांझी के इस बयान को विपक्ष के साथ-साथ एनडीए के भीतर भी असहज करने वाला माना जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि मांझी के इस तरह के सार्वजनिक बयान सरकार और गठबंधन की छवि को नुकसान पहुंचा सकते हैं, खासकर ऐसे समय में जब केंद्र सरकार पारदर्शिता और भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाने की बात करती रही है। उनके बयान से यह सवाल भी उठता है कि यदि ऐसे आरोप सही हैं तो अब तक इस पर कोई ठोस कार्रवाई क्यों नहीं हुई।
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मांझी इससे पहले भी कई मौकों पर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में रहे हैं। उनके इस ताजा बयान के बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए भ्रष्टाचार को लेकर जवाब मांगा है। वहीं, एनडीए के कुछ नेताओं ने इसे मांझी का निजी बयान बताते हुए इससे दूरी बनाने की कोशिश की है।
फिलहाल, इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक सफाई या स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है, लेकिन माना जा रहा है कि यह बयान आने वाले दिनों में राजनीतिक विवाद को और तेज कर सकता है। जीतन राम मांझी के बयान ने एक बार फिर राजनीति में जवाबदेही और नैतिकता को लेकर बहस छेड़ दी है।
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