नड्डा का बड़ा दावा: 2013 के नक्सली हमले में कांग्रेस के अंदरूनी लोग थे शामिल
जेपी नड्डा ने दावा किया कि 2013 के झीरम घाटी नक्सली हमले में कांग्रेस के ही कुछ लोग शामिल थे, जबकि भूपेश बघेल ने आरोपों की जांच और सबूत की मांग की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए सोमवार को बड़ा दावा किया। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2013 में छत्तीसगढ़ के झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले, जिसमें कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की मौत हो गई थी, उसमें कांग्रेस के ही “कुछ लोग शामिल थे”। यह हमला बस्तर क्षेत्र में 2014 के विधानसभा चुनावों से पहले चुनाव प्रचार के दौरान हुआ था।
नड्डा ने यह बयान छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में आयोजित ‘जनादेश परब’ (जनादेश उत्सव) नामक सार्वजनिक रैली में दिया। यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के दो वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया था। अपने संबोधन में नड्डा ने कहा कि जब वे भाजपा के छत्तीसगढ़ प्रभारी थे, तब उन्होंने झीरम घाटी की घटना को बेहद करीब से देखा।
उन्होंने कहा, “मैं पूरी जिम्मेदारी के साथ कहना चाहता हूं कि झीरम घाटी घटना से जुड़ी जानकारी और अंदरूनी सूचनाएं किसी और ने नहीं, बल्कि कांग्रेस के ही उन लोगों ने दी थीं, जो अपने ही नेताओं को मरवाना चाहते थे और नक्सलियों के संपर्क में थे।” नड्डा ने सवाल उठाया कि “अगर रक्षक ही भक्षक बन जाए, तो फिर छत्तीसगढ़ के आम लोगों का क्या होगा?”
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नड्डा के इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि नड्डा के आरोप बेहद गंभीर हैं और इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। बघेल ने मांग की कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) समेत सभी सुरक्षा एजेंसियों को नड्डा से पूछताछ करनी चाहिए और उनसे अपने दावों के समर्थन में ठोस सबूत मांगने चाहिए।
यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। झीरम घाटी हमला राज्य के सबसे भीषण नक्सली हमलों में से एक माना जाता है।
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