कर्नाटक में घर बैठे खाता सेवाएं पाने की योजना शुरू, सीएम सिद्धारमैया ने किया ई-खाता योजना का शुभारंभ
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने ई-खाता योजना शुरू की, जिससे नागरिक घर बैठे खाता सेवाएं ले सकेंगे। गृह भाग्य योजना के तहत हजारों लाभार्थियों को आवास का लाभ मिला है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने 18 दिसंबर को बेलगावी स्थित सुवर्ण सौध में नगर प्रशासन विभाग की नव-लागू ई-खाता योजना का शुभारंभ किया। इस योजना के तहत राज्य के नागरिक अब घर बैठे ही खाता (संपत्ति पंजीकरण) से जुड़ी सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे। सरकार का उद्देश्य शहरी प्रशासन को अधिक पारदर्शी, सरल और डिजिटल बनाना है, जिससे आम लोगों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें।
यह कार्यक्रम नगर प्रशासन निदेशालय और बेलगावी सिटी कॉरपोरेशन द्वारा आयोजित किया गया था। इस अवसर पर प्रतीकात्मक रूप से पौरा कर्मिकों (नगर सफाई कर्मियों) को नियुक्ति पत्र और मकान के स्वामित्व दस्तावेज वितरित किए गए। साथ ही, नागरिकों को ई-खाता प्रक्रिया समझाने के लिए एक ई-खाता हैंडबुक भी जारी की गई।
कार्यक्रम में शहरी विकास एवं नगर नियोजन मंत्री बायरथी सुरेश ने बताया कि राज्य सरकार की गृह भाग्य योजना के तहत अब तक 6,119 लाभार्थियों की पहचान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इस योजना के लिए अब तक ₹326 करोड़ की राशि जारी की गई है और 4,159 मकानों का निर्माण पूरा हो चुका है। यह योजना शहरी गरीबों और जरूरतमंद परिवारों को सुरक्षित आवास उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि ई-खाता योजना से भ्रष्टाचार में कमी आएगी और सेवाओं की समयबद्ध डिलीवरी सुनिश्चित होगी। डिजिटल माध्यम से खाता सेवाएं मिलने से नागरिकों को पारदर्शिता के साथ-साथ सुविधा भी मिलेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे और तकनीकी खामियों को समय रहते दूर किया जाए।
सरकार का मानना है कि यह पहल शहरी प्रशासन को आधुनिक बनाने के साथ-साथ नागरिकों का भरोसा भी मजबूत करेगी।
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