कर्नाटक स्टार्टअप्स में निजी निवेश को बढ़ावा: सरकार के साथ वेंचर कैपिटलिस्ट्स की साझेदारी, ₹430 करोड़ का वादा
कर्नाटक सरकार और निजी वेंचर कैपिटलिस्ट्स ने डीप टेक स्टार्टअप्स को फंड करने के लिए साझेदारी की। VC ने ₹430 करोड़ का वादा किया, जबकि सरकार ने ₹663 करोड़ आवंटित किए।
बेंगलुरु टेक समिट के पहले दिन कर्नाटक के आईटी/बीटी मंत्री प्रियंक खड़गे ने घोषणा की कि निजी वेंचर कैपिटलिस्ट्स अब राज्य सरकार के साथ मिलकर स्टार्टअप्स को फंड करेंगे। मंगलवार को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया द्वारा उद्घाटन किए गए इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण तकनीकी पहलों की भी शुरुआत की गई।
खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सरकार ने "डीप टेक डिकेड" पहल के तहत निजी वेंचर कैपिटलिस्ट्स के साथ साझेदारी करने का निर्णय लिया है। इस पहल का उद्देश्य डीप टेक क्षेत्रों–जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग, रोबोटिक्स और अन्य उभरती तकनीकों–में काम करने वाले स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करना है।
निजी वेंचर कैपिटलिस्ट्स ने सरकार को आश्वासन दिया है कि वे स्टार्टअप्स को फंडिंग में सहयोग के लिए ₹430 करोड़ की राशि उपलब्ध कराएंगे। वहीं, कर्नाटक सरकार ने भी आने वाले वर्षों के लिए इस क्षेत्र में कार्यरत स्टार्टअप्स के लिए ₹663 करोड़ का कोष निर्धारित किया है। इससे राज्य में नई तकनीकी कंपनियों को मजबूत आधार मिलेगा और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
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खड़गे ने कहा कि डीप टेक भारत के विकास की रीढ़ साबित होगा और कर्नाटक इस क्षेत्र में अग्रणी राज्य बनने के लिए तैयार है। समिट में वैश्विक विशेषज्ञों, कंपनियों और स्टार्टअप्स ने हिस्सा लिया, जिससे तकनीकी सहयोग के नए रास्ते खुलने की उम्मीद है।
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